ऊना, 7 अप्रैल। ऊना जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को सुविधा संपन्न बनाने के लिए आरंभ किए गए एक साल-पांच काम अभियान के सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं और गांवों में आधारभूत ढांचा सुदृढ़ हो रहा है। एक साल-पांच काम अभियान के तहत ऊना जिले में कुल 1222 बड़े कार्य करने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 88 पूर्ण कर लिए गए हैं और 695 युद्धस्तर पर चल रहे हैं, बाकि कार्यों को शुरू करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। अभियान के तहत ऊना जिले में अब तक 9.77 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
उपायुक्त राघव शर्मा ने कहा कि अंब विकास खंड में अभियान के तहत 265 बड़े कार्य करने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 11 का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। 125 का कार्य जारी है जबकि बाकि की प्रक्रिया पूरी की जा रही है तथा अब तक 65 लाख रुपये की धनराशि खर्च की जा चुकी है। इसी प्रकार से बंगाणा विकास खंड में 230 विकास कार्य करवाने का लक्ष्य निर्धारित है, जिनमें से दो पूरे कर लिए गए हैं और 217 विकास कार्यों की औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं, जबकि अब तक 1.62 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। वहीं गगरेट में 200 विकास कार्यों को करवाने का लक्ष्य है, जिनमें से 4 का काम पूरा कर लिया गया है और 76 कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। राघव शर्मा ने बताया कि हरोली में 217 कार्यों का लक्ष्य है, जिनमें से 3 पूरे कर लिए गए हैं और 190 प्रगति पर हैं। हरोली में अब तक 25 लाख रुपये की धनराशि एक साल-पांच काम अभियान पर खर्च की जा चुकी है। वहीं ऊना ब्लॉक में 310 विकास कार्य करवाने का लक्ष्य निर्धारित है। 71 कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं और 190 पर काम चल रहा है, जबकि अब तक 7.24 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च हो चुकी है।
ऊना जिले में एक साल-पांच काम अभियान 1 अप्रैल 2021 से शुरू हुआ, जिसके तहत 5 लाख रुपये या इससे अधिक लागत के विकास कार्यों का चयन किया जाता है। चयनित विकास कार्यों के लिए मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, वित्तायोग, सांसद व विधायक निधि तथा योजना मद से धन का प्रावधान किया जाता है। अभियान के तहत प्रतिवर्ष कम से कम 5 विकास कार्यों का चयन कर उनका अनुमोदन ग्राम सभाओं के माध्यम से होता है और फिर पंचायतें इन कार्यों को धरातल पर उतारती हैं।
5 वर्ष में 25 बड़े कार्य होंगे
एक साल-पांच काम अभियान के संबंध में ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि एक साल में पांच बड़े कार्य होने के उपरांत पंचायत प्रतिनिधि के पांच वर्ष के कार्यकाल में 25 बड़े कार्य सामने आएंगे, जो एक उपलब्धि सिद्ध होगी और इससे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की रफ्तार तेज होगी, जिससे लोगों को घर-द्वार पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस योजना के सफल क्रियान्वयन से ऊना जिले की पंचायतों की तस्वीर बदल रही है और इसके सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं।