शिमला, 14 नवंबर। दिव्ययोग संस्थान न्यू टूटू शिमला ने शनिवार को दिव्य इंस्टीट्यूट में मधुमेह रोगियों के लिए निःशुल्क योग शिविर का आयोजन किया। शिविर में मधुमेह (डायबिटीज) से ग्रसित कई मरीज आए। सुरेषचंद्र, सतेंद्र, भागसिंह, सीता देवी, कार्तिक ने बताया कि वे इस रोग से लंबे अरसे से ग्रसित चल रहे हैं लेकिन दवाई से उन्हें विशेष लाभ नहीं मिला।
बीएनवाईएस से डा. योगेश कुमार सोनी ने शिविर के दौरान सभी को योग, प्राणायाम और प्राकृतिक चिकित्सा से अवगत और उन्हें थैरेपी भी दी गई। उन्होंने रोगियों को प्रतिदिन के खान-पान के बारे में भी बताया जिससे उन्हें शीघ्र लाभ मिल सकता है। उन्होंने कहा कि बहुत ज्यादा और बार-बार प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना, पसीना आना, सहनशक्ति का कम होना, अत्यधिक भूख, अचानक वजन कम होना, चिड़चिड़ापन, कमजोरी, अकारण थकान महसूस होना, घाव ठीक न होना, रक्त में संक्रमण होना, खुजली या त्वचा रोग, सिरदर्द, चीजों का धुंधला नजर आना, चक्कर आना, दिल की धड़कन बढ़ना और किडनी खराब होना, ब्रेन स्ट्रोक, नर्वस सिस्टम से जुड़ी गंभीर समस्याओं का सामना यदि किसी को करना पड़ रहा है तो यह डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं और उन्हें शीघ्र किसी चिकित्सक को दिखाना चाहिए।
दिव्ययोग के चैयरमैन डा. विजयकुमार सूद ने कहा कि आज के युग में फिजियोथैरेपी, योग और प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाने से मनुष्य अपने मन व शरीर को स्वस्थ रख सकने में कामयाब हो सकता है। उन्होंने कहा कि योग से न केवल हम मन व शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं बल्कि समाज को भी स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।