नई दिल्ली, 11 सितंबर। ये वीडियो हमें भेजे हैं उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिला निवासी वरिष्ठ पत्रकार धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने। जिसमें बारिश के लिए बच्चे जमीन पर लोटते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसपर धर्मेंद्र ने अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं, उनकी मूल भावनाएं पढ़े….
यह वीडियो 9 सितंबर सुबह 11 बजे का है, चूंकि मेरे जिले उन्नाव (उत्तरप्रदेश) में सूखा पड़ा है तो परंपरा के मुताबिक खास बिरादरी के लोग इस तरह जमीन पर लोट-लोट कर इंद्रदेव से बारिश की गुजारिश करते हैं बीते 6 घंटे मैंने कई बार एक काव्यात्मक कैप्शन बनाने की कोशिश की, अभी कंप्लीट भी नहीं हुआ था कि 6 घंटे बाद शाम को 5 बजे कुदरत के प्रसाद के रूप में आधा घंटा ठीक-ठाक बारिश हो गई।
हम तो दो-चार हैं और बेजार हैं सूखे से
तुम्हारी दुआओं का असर देखेंगे।
धूप के समंदर की तूफानी लहरों में
बादलों की कश्ती का हसर देखेंगे।
जो बच्चे बारिश की दुआ करने आए थे उनकी दुआओं के 6 घंटे बाद का यह वीडियो है।
भले ही कैप्शन बनाने की मेहनत पर पानी फिर गया, लेकिन इन बच्चों की दुआओं ने मक्का ज्वार सरसों धान आदि को बर्बाद होने से बचा लिया। बच्चों को और कुदरत को बहुत-बहुत धन्यवाद।