शिमला, 24 मार्च। आम आदमी पार्टी ने आबकारी नीति का जबरदस्त विरोध करते हुए इसे चुनिंदा ठेकेदारों को फायदा देने वाली नीति बताया। इसके साथ ही आप ने आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार होटल और रेस्तरां मालिकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
आप के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने आज कहा कि हमारी पार्टी भाजपा सरकार की आबकारी नीति 2022-23 का पुरजोर विरोध करती है। ये केवल अपने चहते ठेकेदारों को फायदा देने के लिए ही लाई गई है। शर्मा ने पूछा कि केवल एक-दो प्रतिशत बढ़ाकर ही पुराने ठेकेदारों को ठेके दोबारा देना कहां तक उचित है, क्या इससे प्रदेश की आर्थिक को नुकसान नहीं होगा! भाजपा सरकार खुलकर अपने चहते ठेकेदारों की तिजोरियां भरने में लगी है, जो ठेकेदारों से उसकी मिलीभगत का सीधा सबूत है। शर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी मांग करती है कि सरकार जनता को बताए कि ऐसी क्या मजबूरी है जोकि शराब के ठेकों की खुली बोली नहीं लगा पा रही है और क्यों पुराने ठेकेदारों की अवधि बढ़ाई जा रही है। ये केवल और केवल भ्रष्टाचार है, जोकि खुलेआम किया जा रहा है।
गौरव शर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार प्रदेश में शराब माफियों को प्रोत्साहन दे रही है, इसका स्पष्ट उदाहरण वर्तमान आबकारी नीति है। भाजपा सरकार राज्य कोष के नुकसान की कीमत पर अपने चहते ठेकेदारों को फायदा पहुंचा रही है। आम आदमी पार्टी भाजपा सरकार से मांग करती है कि जल्द से जल्द ठेकों की खुली बोली लगाई जाए।
गौरव शर्मा ने आरोप लगाया कि होटल और रेस्तरां मालिकों के साथ सरकार लगातार अन्याय कर रही है। होटल और रेस्तरां संघ के बार-बार केे अनुरोध के बाद भी उनकी फीस 18000 से 30000 हजार रुपये तक बड़ा दी गई। पिछले दो साल से कोरोना के मार झेल रहा उद्योग इस वृद्धि से त्राहिमाम-़त्राहिमाम कर रहा है। शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने कोरोना काल में फीस छूट की बात पर भी पलटी मारते हुए उल्टे कोटा ना उठाने पर भारी पेनाल्टी लगा दी। जोकि इस उद्योग के साथ सरासर नाइंसाफी है। शर्मा ने कहा कि आम आदमी पार्टी होटल और रेस्तरां मालिकों के साथ खड़ी है और पार्टी सरकार से मांग करती है कि इनकी मांगों को तुरंत माना जाए और कोविड काल के समय की फीस माफ की जाए। उन्होंने एक बार फिर से होटल और रेस्तरां संघ को विश्वास दिलाया कि आम आदमी पार्टी उनके हकों के लिए हमेशा उनके साथ खड़ी दिखेगी।