Tag: Thought of the day
जीवन का अनुभव
अल्पायु झुठ के पैर नहीं होते, लेकिन वह दौड़ता बहुत तेज है। चिरायु सत्य को क्षण भर में पराजित कर देता है।
प्रो. (डॉ) सरोज...
जीवन का अनुभव
विपरीत परिस्थितियों में मनुष्य का आत्मबल ही उसका सबसे घनिष्ठ मित्र होता है।
प्रो. (डॉ) सरोज व्यास
(लेखिका-शिक्षाविद्)
निदेशक, फेयरफील्ड प्रबंधन एवं तकनीकी संस्थान,
(गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ...
जीवन का अनुभव
आत्ममुग्ध मनुष्य का चरित्र बिल्कुल शुतुरमुर्ग जैसा होता है।
शुतुरमुर्ग पक्षी अपनी लम्बी गर्दन को बालू मिट्टी में छिपा कर मन ही मन खुश होता...
जीवन का अनुभव
मुहावरा
"खून का घूंट पीना" अर्थात् संयम की पराकाष्ठा पार कर लेना।
कभी-कभी मनुष्य सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए बिना गलती के चुपचाप अपमान और सजा भोगता...
जीवन का अनुभव
कमान से निकला तीर और मुंह से निकली बात लौट कर वापस अंदर नहीं जाती है।
इसीलिए बुजुर्गों ने कहा हैं-
सुने अधिक बोले कम और...
जीवन का अनुभव
निज (अपने) संस्कारों का मूल्यांकन स्वयं से श्रेष्ठ कोई और नहीं कर सकता। क्योंकि व्यवहार और आचरण दूसरों के दुःख-सुख का कारण बनते हैं,...
आज का विचार
"जीवन में शिक्षित के साथ-साथ दीक्षित भी होना चाहिए।"
(एस एस डोगरा)
https://www.aks.news/thought-of-the-day/thought-of-the-day-13/
जीवन का अनुभव
व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर मौन, संयम, सहनशीलता और क्षमा चरित्र के कमजोर पक्ष नहीं हैं। अपितु निर्दोष व्यक्ति के चारित्रिक आभूषण हैं।
प्रो. (डॉ)...
जीवन का अनुभव
निर्दोष व्यक्ति यदि अकारण मानसिक, भावात्मक और सामाजिक स्तर पर अपमानित होता है। तब निश्चित रूप से वह किसी अपने सबसे प्रिय के कर्मों...
आज का विचार
"मुझे नहीं परवाह की मैं क्या और क्यूं कर रहा हूं।
परंतु निश्चित तौर पर देश का भविष्य गढ रहा हूं!
(एस एस डोगरा)