आखिर कौन सराहेगा छानू की लोक कला को?
कोरवा के महासू मंदिर में एक दिन में चार बार बजाता है नमटी प्रोत्साहन न मिलने से अगली पीढ़ी ढोल-दमाऊं बजाने को तैयार नहीं आज मैं चकराता के निकटवर्ती गांव कोरवा में था। कोरवा के महासू मंदिर में लगभग 65 वर्षीय छानू मिला। छानू बाजगी है। वह गांव के महासू देवता के मंदिर में नमटी … Continue reading आखिर कौन सराहेगा छानू की लोक कला को?
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