हरिद्वार मेडिकल कालेज की उम्मीदें जिंदा

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file photo source: social media
  • सेकेंड राउंड में ही शामिल हो सकता है काउंसिलिंग में
  • 100 सीटें बढ़ जाएंगी, कट आफ नीचे आने के आसार

यूं तो नीट यूजी में इस बार उत्तराखंड में बाहरी स्टूडेंट्स के फर्जी डोमिसाइल और अन्य प्रमाणपत्रों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। और मैं इस संबंध में सभी डोमिसाइल, ईडब्ल्यूएस, ओबीसी प्रमाणपत्रों की जांच की मांग को लेकर हाईकोर्ट भी जा रहा हूं, लेकिन कुछ अच्छी खबर भी है। हरिद्वार मेडिकल कालेज के इसी सत्र में शुरू होने की उम्मीद है।
मेडिकल एजूकेशन डिपार्टमेंट की एक टीम आज भी एनएमसी में गई। टीम ने हरिद्वार मेडिकल कालेज के क्लासरूम, संसाधन और सुविधाओं का डेमो भी दिया है। एनएमसी की टीम ने पिछले दो दिन में यहां का दौरा किया। एक बार टीम और दौरा कर सकती है। उम्मीद है कि हरिद्वार मेडिकल कालेज पर अगले दो-तीन दिन में फैसला आ जाएगा।
मेडिकल एजूकेशन डायरेक्टर डा. आशुतोष सयाना का कहना है कि हम एनएमसी को कंवींस कर रहे हैं कि एमबीबीएस की फर्स्ट ईयर में क्लासरूम स्टडी ही होती है। ऐसे में वहां सभी सुविधाएं मौजूद हैं। फैकल्टी भी भर्ती कर दी गई है। उम्मीद है कि अगले दो तीन दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अनुमति मिलने पर सेकेंड राउंड की काउंसिलिंग में यह कालेज शुरू कर दिया जाएगा। सेेकंड राउंड की काउंसिलिंग आज से शुरू हो गई है, लेकिन यदि कालेज को अनुमति मिल जाती है तो 16 तारीख की डेट को आगे बढ़ाया जा सकता है।
गौरतलब है कि हरिद्वार मेडिकल कालेज 2018 में शुरू होना था लेकिन छह साल बाद भी इस कालेज के शुरू होने में अटकलें ही लग रही हैं। बता दूं कि यदि हरिद्वार मेडिकल कालेज शुरू नहीं हुआ तो सेकेंड राउंड की कट आफ भी महज 3-4 नंबर ही नीचे आएगी। पहले राउंड में कट आफ 643 तक गई थी।
(वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार)

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