- मासूम खेत का गला काटा फिर जेसीबी से रौंद डाला
- जेई खेत मालिक से बोला, ‘कैसा मुआवजा, तेरे जैसे रोज 36 मिलते हैं‘
टिहरी के जाखणीधार स्थित कुमारधार गांव में 18 अगस्त को एक उपजाऊ खेत की बड़ी ही निर्ममता के साथ हत्या कर दी गई। यह हत्या उस सड़क के लिए की गई जो तब गांव पहुंच रही है जब सारा गांव खाली हो रहा है। खेत के मालिक का आरोप है कि लोक निर्माण विभाग के दस्ते ने यह कत्ल किया है। तीन नाली खेत का पहले गला काटा गया और इसके बाद जेसीबी से पूरे खेत को रौंद दिया गया। इस खेत से एक गरीब परिवार का पेट भरता था। इस जमीन के लिए न तो किसान की अनुमति ली गई और न ही हत्या के बाद ही उसका मुआवजा मिला है।
दरअसल, जाखणीधार से कुमारधार के पालीटेक्निक तक ढाई किलोमीटर लंबी सड़क बन रही है। यह सड़क पिछले पांच-6 साल से अधर में लटकी हुई थी। खेत स्वामी जयप्रकाश अमोला के मुताबिक अब अचानक ही इस सड़क की लंबाई पांच किलोमीटर कर दी गई है। इस सड़क में उनका भी एक तीन नाली का खेत है जिसे एक गरीब परिवार संभाल रहा था। इससे उसके घर के लिए अन्न और सब्जियां पैदा होती थी। अमोला के मुताबिक इस खेत का नंबर हिन्दी में कुछ और था, जब जमीनों का कंप्यूटरीकरण किया गया तो नंबर बदल गया। ऐसे में उन्हें नए सिरे से जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम से करानी है। इस बीच विभाग ने उनका खेत सड़क के लिए खोद दिया। जयप्रकाश बताते हैं कि जब उन्होंने इस संबंध में जेई आशीष सेमवाल से बात की तो जेई ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि तेरे जैसे रोज 36 आते हैं उनके पास।
यह तो चोरी और सीना जोरी वाली स्थिति है। इस संबंध में मैंने एई दीपक अग्रवाल से बात की तो उन्होंने कहा कि सड़क का कार्य डिले हो रहा था। दस्तावेजों को लेकर कुछ समस्या थी। उन्होंने कहा कि दस्तावेज पूर्ण होने पर खेत मालिक को हर हालात में मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, जब मैंने क्षेत्रीय विधायक किशोर उपाध्याय से कहा कि तो उन्होंने कहा कि इस मसले पर एक्सईएन से बात करेंगे।
(वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार)