- अब तक 9 हजार लोगों को केदारनाथ से किया रेस्क्यू
- आज 1865 लोगों को किया गया रेस्क्यू
केदारनाथ में अब भी एक हजार लोग फंसे हैं। इनको निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान कल भी जारी रहेगा। आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन के मुताबिक रुद्रप्रयाग जिले में महज तीन लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। जब मैंने उनसे पूछा कि मृतकों की संख्या कई गुणा अधिक बताई जा रही है तो उन्होंने कहा कि यह गलत है। कल तक केदारनाथ में संचार सेवाएं बाधित थी तो पता नहीं चल रहा था, लेकिन अब तस्वीर साफ है। मैंने सवाल किया कि भीमबली और गौरीकंुड में जो हेलीपैड थे तो उनका उपयोग समय पर क्यों नहीं किया गया? उनके मुताबिक आज इन दोनों हेलीपैड के माध्यम से भी रेस्क्यू अभियान चलाया गया। आज 1865 लोगों को रेस्क्यू किया गया। पिछले तीन दिनों में केदारनाथ से 9099 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। अभियान में वायुसेना का चिनकु, एमआई 17 और पांच अन्य हेलीकॉप्टर मदद कर रहे हैं।
केदारनाथ में 31 जुलाई को बादल फटने और भू-स्खलन होने से लिंचौली, भीमबली और रामबाड़ा क्षेत्र में हजारों लोग फंस गए थे। यहां केदारनाथ धाम का रास्ता भी ढह गया और रामबाड़ा में दो पुल भी बह गए। गनीमत रही कि बादल धाम से कुछ नीचे फटा, यदि बादल धाम के आसपास फटा होता तो भयानक तस्वीर होती। पिछले तीन दिनों ये यहां राहत और बचाव अभियान चल रहा है। इस अभियान में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भाग ले रही हैं। इस अभियान में विभिन्न विभागों के 882 जवान और कर्मचारी जुटे हुए हैं।
(वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार)