…और स्कूल में उग आई दूब और बड़ी-बड़ी झाड़ियां

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  • पहाड़ के स्कूल उदास हैं और दून में प्रवेशोत्सव की धूम है!
  • काश, कोई ऐसा नेता उभरे कि पहाड़ में भी प्रवेशोत्सव हो सके

देहरादून में जब कल सीएम पुष्कर सिंह धामी नये शैक्षणिक सत्र का आगाज प्रवेशोत्सव से कर रहे थे, गढ़वाल और कुमाऊं के लगभग 600 से भी अधिक प्राइमरी स्कूल उदास थे कि वहां न बच्चों की हंसी गूंजते हैं और न मास्टरों के स्वर। स्कूल की छाती में बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग आई है। कहीं काई जम गयी तो कहीं स्कूल खंडहर में तब्दील हो रहे हैं। पहाड़ रो रहा है और दून के लिए मास्टर प्लान बन रहा है।
यह वीडियो पौड़ी के पोखड़ा ब्लाक के अस्लोट गांव के प्राइमरी स्कूल का है। वीडियो मेरे अनुज सूरज ने बनाया है। मैंने जब उस गांव के हर्षदेव रावत को फोन किया तो फोन उनके बेटे अंकुश ने उठाया। चौथी कक्षा के छात्र अंकुश ने बताया कि वह घिरेलधार के निजी स्कूल में जाता है। दूसरी बार हर्षदेव ने फोन उठाया कि तल्ला और मल्ला गांव में पहले ग्राम सभा थी। 50 परिवार थे, लेकिन 22 परिवार ही हैं। पूरे गांव में पांच-छह ही बच्चे हैं और वह भी सिड़ियाधार के स्कूल में जाते हैं।
[वरिष्‍ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]

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