- छुटकी ने छोटी सी उम्र में सीख लीं दुनिया की बड़ी बातें
- पहाड़, आधी आबादी और जनहित के मुद्दों पर मुखर है शिवानी
मैं शिवानी से कभी नहीं मिला, न ही कभी उससे कोई बात हुई। उसके विचार सोशल मीडिया पर ही पढ़ने को मिले। इसके बावजूद मुझे लगता है कि वह उत्तराखंड के उन कुछ चुनिंदा युवाओं में शामिल है जिन्हें हम प्रदेश के भावी योद्धा के तौर पर देख सकते हैं। वह मुखरता से जल, जंगल और जमीन के मुद्दे उठाती है। आधी आबादी के हितों की बात करती है। सबसे बड़ी बात यह है कि वह सवाल करती है। लोकतंत्र में जब सवाल करना गुनाह माना जा रहा है तो वह निडरता से सवाल कर रही है। छुटकी का यह बड़ा कमाल है। हां छुटकी, तुम पर बहुत कुछ लिखना है और लिखूंगा भी।
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। स्नेहिल आशीर्वाद।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]