जब एक मुट्ठी घास पर भी हमारा हक नहीं, तो बताओ, हमारा हक कहां है?

राज्य मिला भी तो क्या, जब हंसुली और दाथियों की बात ही नहीं सुनी गई पहाड़ के लिए देहरादून भी उतना ही दूर हो गया जितना लखनऊ आज मसूरी के शहीद स्थल पर था। यहां का शहीद स्थल देहरादून के कचहरी स्थित शहीद स्थल की तुलना में अधिक अच्छा और साफ-सुथरा है। मसूरी गोलीकांड में … Continue reading जब एक मुट्ठी घास पर भी हमारा हक नहीं, तो बताओ, हमारा हक कहां है?