- एक का चार घंटे में तबादला, दूसरा डेढ़ महीने से जमे बैठा हुआ है!
- हल्द्वानी के छात्र इंतजार में, कब आएंगे गुरुजी, दून की वादियां छोड़ने को तैयार नहीं गुरुजी
सिस्टम में नाम बड़ा होता है काम नहीं। क्षेत्रवाद और जातिवाद हावी है। नौकरशाह भी इससे अछूते नहीं। डा. निधि उनियाल प्रकरण तो याद है ना, उसे नौकरशाह भूल गये। एसीएस मनीषा पंवार की रिपोर्ट का इंतजार आज भी है। यहां सीएम की भी नहीं चलती यहां नौकरशाहों की चलती है। एक नौकरशाह ने चार घंटे में डा. निधि उनियाल का तबादला दून से अल्मोड़ा कर दिया और मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने डा. निधि को तुरंत रिलीव कर दिया।
अब बात इस विभाग के एक और डाक्टर की। डाक्टर का नाम है डा. अनंत नारायण सिन्हा। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा अनुभाग पांच ने 8 मार्च 2022 को एक कार्यालय आदेश संख्या 21664 जारी किया। इसमें चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक के पत्र संख्या 553 का हवाला देते हुए कहा गया कि निदेशालय से सबंद्ध उप निदेशक नर्सिंग डा. एएन सिन्हा जो कि मेडिकल कालेज हल्द्वानी में फिजियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर हैं, उनका संबंधीकरण निरस्त करते हुए उनको मूल तैनाती स्थल भेजने के आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हुए। लेकिन जानकारी के अनुसार डेढ़ माह बाद भी अब तक डा. सिन्हा हल्द्वानी नहीं पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक आठ मार्च 2022 से अब तक डा. सिन्हा कहां हैं, पता नहीं। सूत्र बताते हैं कि निदेशालय में ही जमे बैठे हैं और एक नौकरशाह उनके लिए जुगाड़ लगा रहे हैं ताकि उनको हल्द्वानी न जाना पडे़। कारण, डाक्टर साहब कुछ अधिक व्यवहारिक हैं। इसका मतलब समझते ही होंगे आप।
हल्द्वानी मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा. अरुण जोशी से जब मैंने पूछा कि डा. सिन्हा कहां हैं, तो उन्होंने कहा कि महीने से भी अधिक समय पहले उनके पास चिट्ठी आई थी कि डा. सिन्हा को रिलीव किया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने डा. सिन्हा को हल्द्वानी लाने के लिए जिप्सी भेजी थी, जिप्सी खाली लौट आई। डा. सिन्हा नहीं आए। डा. सिन्हा फिजियोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड हैं।
उधर, बेचारे फिजियोलॉजी के छात्र, इंतजार कर रहे हैं कि गुरु द्रोण की धरा से उनके गुरु आएं तो वह फिजियोलॉजी को यू-टयूब की बजाए उनसे पढ़े। बताया जा रहा है कि गुरुजी यहां नये-नये कालेजों का निरीक्षण कर रहे हैं।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]