- भाजपा में थम नहीं रहा आरोपों का सिलसिला
- छात्रवृत्ति घोटाले का आरोप और परिवारवाद भी पड़ा भारी
देहरादून कैंट से भाजपा उम्मीदवार सविता कपूर ने भी भितरघात होने की आशंका जतायी है। उन्होंने कहा कि पार्टी के कुछ नेताओं ने विपक्षी उम्मीदवार से मिलकर उन्हें नुकसान पहुंचाने का काम किया है। सविता कपूर को पूरे चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी उम्मीदवारों ने गरीब बच्चों की छात्रवृत्ति हड़पने वाली दादी कहकर प्रचारित किया। उधर, कैंट क्षेत्र से आधा दर्जन प्रभावशाली भाजपा नेताओं ने इस चुनाव में चुप्पी ओढ़े रखी। इनका विरोध था कि भाजपा परिवारवाद को बढ़ावा दे रही है।
गौरतलब है कि 66 साल की सविता कपूर को उनके पति हरबंस कपूर के निधन के बाद इसलिए टिकट दिया गया कि सहानुभूति से वो चुनाव जीत जाएंगी। लेकिन चुनाव में उन्हें विपक्षी से अधिक अपनों का ही खतरा है। उनके बेटे अमित कपूर को इसलिए टिकट नहीं दिया गया कि वो छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपित हैं। लेकिन यह आरोप पूरे चुनाव में सविता कपूर का पीछा करता रहा और उन्हें घोटाले वाली दादी के तौर पर प्रचारित किया गया।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]