- सरकारी शिक्षा व्यवस्था को दे रहे नया आयाम
- नशे के खिलाफ चला रहे समाज में जागरूकता अभियान
गढ़वाल के अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर बिष्ट को जन्मदिन की शुभकामनाएं। बिष्ट शिक्षा विभाग में एक खतरनाक अधिकारी के तौर पर जाने जाते हैं। इस दौर में हर ईमानदार अधिकारी खतरनाक ही होता है। सरकारी शिक्षा व्यवस्था में वर्षों से लगी धूल को झाड़ने के लिए बिष्ट कमर कस कर मैदान के साथ ही पहाड़ की पगडंड़ियों पर दौड़ते हैं। उनके छापेमारी अभियान से स्कूलों में गायब रहने वाले शिक्षक और राजनीति, प्रापर्टी डीलिंग और अन्य धंधों में लगे शिक्षक कांपते हैं।
उन्होंने शिक्षा में सुधार के लिए जो महाप्रण लिया है उसकी सराहना होनी चाहिए। वो प्रिंसीपल को कहते हैं कि आप कुर्सी में बैठने के लिए नहीं हो। आप भी क्लास लो। आपको भी पढ़ाना होगा। उनके सख्त अनुशासन से गढ़वाल मंडल के सरकारी स्कूलों में सुधार आया है। उनका मानना है कि शिक्षक ही यदि अपना काम ईमानदारी से नहीं करेंगे तो शिष्यों को क्या सीख मिलेगी? वो छात्रों को पढ़ाई के साथ ही जीवन मूल्यों की सीख देने के पक्षधर हैं।
यही कारण है कि उन्होंने स्कूलों में एनएसएस के माध्यम से नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान की शुरूआत की है। स्कूली छा़त्र गांव-गांव में जाकर लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]