– वैक्सीनेशन के उद्घाटन के लिए ढाई घंटे की देरी से पहुंचे प्रेमचंद अग्रवाल, महिलाओं ने सुनाई खरी-खोटी
– आपातकालीन समय में भी रिबन काटने की शर्मनाक परपंरा न अपनाएं नेता
ऋषिकेश में 10 मई को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की खूब फजीहत हुई। ढाई घंटे से लोग वैक्सीनेशन का इंतजार कर रहे थे, लेकिन माननीय स्पीकर महोदय पर देरी से पहुंचने का आरोप है। आखिर क्या जरूरत थी टीकाकरण के उद्घाटन की। ये पूरे देश में हो रहा है। अकेले उत्तराखंड में नहीं। न ही इसमें स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल का कोई रोल है। तो रिबन क्यों काट रहे हो भाई? यदि रिबन ही काटना था तो कहीं कोविड केयर सेंटर को बनाते। चाहे वो 20 ही बेड का होता। अपने दम पर बनाते, तो कुछ बात होती।
एक करोड़ भी जनता के पैसे से जनता पर न्योछावर करोगे तो क्या बड़ी बात? नेता यदि इस आपातकाल में कोविड केयर सेंटर बनाएं। ऑक्सीजन उपलब्ध कराएं। वेंटीलेटर उपलब्ध कराएं। कोरोना से उबर चुके नेता प्लाज्मा डोनेट करे। तो जनता ये बात याद रखेगी। तब नेताओं को वोट नहीं खरीदेने पड़ेंगे। मुसीबत के समय तो रिबन परम्परा को बंद करो नेताजी। जनता के सब्र का बांध छलक रहा है।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]