मुंबई, 29 जून। सुप्रीम कोर्ट के राज्यपाल के कल फ्लोर टेस्ट पर रोक नहीं लगाने के फैसले के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद अब कल फ्लोर टेस्ट की जरूरत नहीं होगी। ठाकरे ने विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। ठाकरे ने इस्तीफा देने से पहले राज्य की जनता का संबोधित भी किया। इस बीच, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि ये अग्नि परीक्षा की घड़ी है। ये दिन भी निकल जाएंगे।
शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।, मुझे पद छोड़ने का कोई दुख नहीं है। मुझे जनता का आशीर्वाद चाहिए और कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि आज मंत्रिमंडल की बैठक हुई, मुझे इसका संतोष है कि बालासाहेब ठाकरे ने जिन शहरों का जो नाम रखा था, औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव आज हमने उनको वे नाम आधिकारिक तौर पर दिए हैं।े
उन्होंने कहा कि एनसीपी और कांग्रेस के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मेरा साथ दिया। आज शिवसेना से सिर्फ मैं, अनिल परब, सुभाष देसाई और आदित्य ये चार ही लोग उस प्रस्ताव के पास होने के समय मौजूद रहे।
मैं आया भी अनपेक्षित रूप से था और जा भी अनपेक्षित रूप से रहा हूं। मतलब हमेशा के लिए नहीं जा रहा हूं मैं यहीं रहूंगा और शिवसेना भवन में फिर जा कर बैठूंगा, अपने सभी लोगों को एकत्र करूंगा: उद्धव ठाकरे pic.twitter.com/0dQnUWkpGc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 29, 2022
उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज कैबिनेट समाप्त होने के बाद अशोक चव्हाण ने मुझे कहा कि हम आपके साथ हैं अगर इसलिए दिक्कत हो रही है तो हम महा विकास आघाडी के बाहर जाते हैं और आप को बाहर से समर्थन देते हैं, लेकिन मैंने कहा नहीं ऐसा नहीं होता।
ठाकरे ने कहा कि मैं आया भी अनपेक्षित रूप से था और जा भी अनपेक्षित रूप से रहा हूं। मतलब हमेशा के लिए नहीं जा रहा हूं मैं यहीं रहूंगा और शिवसेना भवन में फिर जा कर बैठूंगा, अपने सभी लोगों को एकत्र करूंगा।
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