जयपुर/शिमला, 8 अप्रैल। राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन के एक प्रवक्ता ने बताया कि जयपुर में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में उत्तर क्षेत्रीय राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की जल जीवन मिशन व स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की संयुक्त कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में हिमाचल का प्रतिनिधित्व जल शक्ति मंत्री महेंद्र ठाकुर सिंह ने किया, जिसमंे उन्होंने हिमाचल में विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत् चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हिमाचल जल शक्ति विभाग ने अनेक मील के पत्थर स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग द्वारा 95 प्रतिशत घरों में नल लगाए गए हैं। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद जनजातीय जिलों किन्नौर व लाहौल-स्पीति के सभी घरांे में तथा सुखग्रस्त ऊना और चंबा में हर घर में नल लग चुके हैं। उन्होंने कहा कि नलों की कार्यशीलता तथा जल गुणवत्ता सर्वेक्षण में भी केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल की सराहना की गई। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हर जिले में कौशल विकास प्रशिक्षण के तहत 7030 युवाओं को प्रशिक्षित किया गया।
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जल गुणवत्ता के क्षेत्र में प्रदेश में कुल 60 प्रयोगशालाएं स्थापित की जा चुकी हैं, जिनमें से 50 प्रयोगशालाओं को राष्ट्रीय परिक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) से मान्यता मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रति प्रयोगशाला प्रशिक्षण में भी हिमाचल प्रदेश देश में दूसरे नंबर पर है।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हिमाचल जल जीवन मिशन के कार्यों और हिमाचल प्रदेश को दी गई प्रोत्साहन राशि पर सराहना करते हुए अन्य राज्यों को हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे पर्वतीय राज्य से सीखने की सलाह दी है।
कार्यशाला में जल शक्ति विभाग के प्रमुख अभियन्ता संजीव कौल तथा राज्य जल एवं स्वच्छता जल मिशन के निदेशक जोगेन्द्र सिंह चौहान उपस्थित थे।