चंडीगढ़/शिमला, 22 सितंबर। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज 1971 युद्ध के स्वर्णिम विजय दिवस के उपलक्ष्य में सुखना लेक चंडीगढ़ में वायुसेना केंद्र चंडीगढ़ एवं चंडीगढ़ प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक एयर शो में भाग लिया। इसमें हॉक, राफेल विमानों और चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा आकर्षक प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित और हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दतात्रेय भी उपस्थित थे।
यह समारोह वर्ष 1961 में स्थापित वायुसेना केंद्र चंडीगढ़ की स्थापना की हीरक जयंती को भी समर्पित रहा।
इस अवसर पर राज्यपाल ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सभी पायलटों को बधाई दी और कहा कि यह भव्य प्रदर्शन देखने के बाद यहां उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति का यह विश्वास और भी दृढ़ हुआ है कि देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले यह जांबाज कभी भी अपने लक्ष्य से नहीं चूक सकते हैं।
वर्षों की मेहनत से 12 विंग वायुसेना कंेद्र चंडीगढ़ भारतीय वायुसेना से सबसे बड़े एवं मुख्य एयरबेस के रूप में उभरा है और यह अत्याधुनिक विमानों से सुसज्जित हैं। भारतीय वायुसेना की हवाई कलाबाजी इकाइयां जिसे सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम के रूप में जाना जाता है, के पास हिन्दुस्तान एरोनोटिकल लिमिटेड द्वारा निर्मित हॉक जैसे विमान हैं। इस टीम ने वैश्विक स्तर पर अपनी उत्कृष्टता सिद्ध की है और इसकी गिनती विश्व की नौ बेहतर वायुयान फॉर्मेशन एरोबेटिक टीम के रूप में की जाती है।