शिमला, 17 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से आज राजभवन में कोलम्बिया, सेनेगल, पनामा, जर्मनी और डोमिनिकन रिपब्लिक के प्रतिनिधियों ने भेंट की। यह भेंट जेन नेक्स्ट डेमोक्रेसी नेटवर्क कार्यक्रम के अंतर्गत् भारतीय सांस्कृतिक संपर्क परिषद द्वारा भारत की समृद्ध लोकतांत्रिक परंपरा से रू-ब-रू होने के उद्देश्य से की गई।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि भारत वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत में विश्वास रखता है और पूरे विश्व को एक परिवार मानता है। उन्होंने कहा कि दुनिया में हम अपनी संस्कृति और उच्च परंपराओं के लिए जाने जाते हैं और विस्तारवाद में कभी विश्वास नहीं रखते। लोकतंत्र के बिना दुनिया में शासन संभव नहीं है। भारत दुनिया का सबसे पुराना लोकतांत्रिक देश है, जिस पर हर भारतीय को गर्व है।
राज्यपाल ने प्रतिनिधियों से देश में महिला सशक्तिकरण, तकनीकी विकास, लोकतांत्रिक व्यवस्था, शिक्षा से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की और उनके सवालों के जवाब दिए।
राज्यपाल ने उन्हें हिमाचली टोपी और शॉल भेंट कर सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर समन्वय अधिकारी कमलजीत सिंह ने राज्यपाल का आभार व्यक्त किया भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उत्सव के एक भाग के रूप में आईसीसीआर के जनरल, नेक्स्ट डेमोक्रेसी नेटवर्क प्रोग्राम के तहत निष्पादित सभी गतिविधियों के बारे में विस्तार से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि आईसीसीआर 10 से 19 अक्टूबर तक विभिन्न देशों के 22 प्रतिनिधियों के साथ छठे बैच के दौरे का आयोजन कर रहा है। ये युवा प्रतिनिधि उद्यमों के सदस्य तथा अपने-अपने देशों के उभरते हुए नेता हैं।
इससे पूर्व, राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा ने धरोहर भवन हिमाचल प्रदेश राजभवन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी प्रदान की।