कुल्लू, 30 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज कुल्लू जिले के भुंतर स्थित प्रदेश में महिलाओं के लिए पहले एकीकृत नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र का दौरा किया। उन्होंने वहां कार्यरत परामर्श चिकित्सकों से वहां प्रदान की जा रही सुविधाओं व अन्य विषयों पर जानकारी प्राप्त की और केंद्र में उपचाराधीन लोगों से बातचीत भी की। राज्यपाल ने उनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग का अवलोकन भी किया और उनके प्रयासों की सराहना की।
इस अवसर पर उपचाराधीन लोगों से बातचीत करते हुए राज्यपाल ने उन्हें अपनी गलतियों को सुधारने, स्वस्थ जीवन अपनाने के लिए स्वयं को प्रेरित करने तथा सकारात्मक सोच के साथ घर वापस लौटने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यहां उपचाराधीन लोगों को स्वयं को किसी न किसी कार्य में व्यस्त रखना चाहिए क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति उनकी सहायता के लिए तत्पर है।
इस परिसर में लड़कों के लिए 20 बिस्तर क्षमता का अलग पुनर्वास केंद्र स्थापित किया गया है जबकि महिला केंद्र की क्षमता 15 बिस्तर की है। महिला केंद्र की देखरेख जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा की जा रही है। यह भी बताया गया कि 29 जून से संचालित किए जा रहे इस केंद्र में 140 महिलाएं ओपीडी सुविधा प्राप्त कर रही हैं और उनका निःशुल्क उपचार किया जा रहा है।
इस अवसर पर उपायुक्त आशुतोष गर्ग और पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
इससे पूर्व राज्यपाल ने मनाली के सुप्रसिद्ध हिडिम्बा मंदिर में पूजा-अर्चना की और ऋषि विशिष्ठ के मंदिर में भी शीश नवाया।