‘पर्यावरण को संरक्षित रखना सभी का दायित्व’

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रिकांगपिआ, 28 सितंबर। हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आज किन्नौर जिले के रिकांगपिओ में वार्षिक सम्मेलन-2022 का आयोजन किया। इसकी अध्यक्षता उपमंडलाधिकारी कल्पा डॉ. मेजर शशांक गुप्ता ने की। उन्होंने कहा कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना है, ताकि पर्यावरण में व्याप्त प्रदूषण को कम किया जा सके।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा किन्नौर जिले के सांगला व पवारी में ठोस कचरा संयत्र स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि साडा द्वारा जिले में नियमित तौर पर डोर-टू-डोर कचरा एकत्रित कर इन संयत्रों में उचित निपटान सुनिश्चित बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित रखना हम सभी का दायित्व है जिसके लिए अहम कदम उठाने के साथ-साथ लोगों को भी प्रदूषण कम करने के प्रति जागरूक करना आवश्यक है।
उन्होंने इस दौरान उपस्थित युवाओं से आग्रह किया कि वे प्रदूषण को रोकने व पर्यावरण को संरक्षित रखने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित बनाएं, क्योंकि युवा-पीढ़ी के प्रयासों से ही हम आने वाले पीढ़ी को एक स्वच्छ व सुरक्षित पर्यावरण प्रदान कर सकते हैं।
इस अवसर पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रामपुर की क्षेत्रीय अधिकारी अंजू नेगी ने कार्यशाला का संचालन किया। उन्होंने पावर प्वांइट प्रेसेन्टेशन के माध्यम से प्रदूषण को कम करने के उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि जल प्रदूषण को रोकने के लिए हमें अपने-अपने घरों के सैप्टिक टैंकों का सही प्रकार से रखरखाव सुनिश्चित बनाना है व साथ ही सैप्टिक टैंक को रिसाव-मुक्त बनाना होगा। उन्होंने कहा कि कीटनाशकों और कृत्रिम उर्वरकों का उपयोग कम से कम करें व अपशिष्ट पदार्थों एवं अनुपचारित जल को नदियों व जल-स्त्रोतों में प्रवाहित न करें।
इसी प्रकार वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कॉर्बन डॉइऑक्साइड रहित धुंए का कम से कम उपयोग सुनिश्चित बनाना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि हमें वायु शोधक पौधों को अधिक से अधिक रोपित करना चाहिए, ताकि पर्यावरण को और अधिक स्वच्छ व सुरक्षित बनाया जा सके।
उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित विभिन्न पंचायत जन-प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपनी-अपनी पंचायतों में लोगों को पर्यावरण संरक्षित करने और प्रदूषण कम करने के प्रति जागरूक करें। उन्होंने घरों से निकलने वाले कचरे का उचित निपटान सुनिश्चित बनाने के प्रति जागरूक करने का भी आग्रह किया।
इस दौरान जिंदल विद्या मंदिर छोलतू के छात्रों द्वारा पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को भाषण के माध्यम से जागरूक किया गया।
इस अवसर पर उपमंडलाधिकारी निचार बिमला वर्मा, उपपुलिस अधीक्षक नवीन झालटा, उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण जयवंती ठाकुर, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र जे.आर अभिलाषी, उपनिदेशक उच्चतर शिक्षा बसंत कुमार, जिला निगरानी अधिकारी डॉ. कविराज सहित विभिन्न पंचायतों के जनप्रतिनिधि और विभिन्न स्कूलों के छात्र व छात्राएं उपस्थित थे।

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