धर्मशाला, 19 जनवरी। हिमाचल प्रदेश टूरिज्म एसोसिएशन के चेयरमैन रविंद्र शर्मा ने पौंग झील का दौरा किया। शर्मा इस दौरान भटोली फकोरियां के रमणीक नजारे में खो गए। उन्होंने इस मनोहर स्थल को फरवरी में होने वाले हिमाचली संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए चयनित किया। कार्यक्रम का आयोजन हिमाचल प्रदेश टूरिज्म एसोसिएशन द्वारा किया जा रहा है। इसका उद्देश्य पौंग झील में पर्यटन को बढ़ावा देना है।
रविंद्र शर्मा ने कहा कि पौंग झील अपनी प्राकृतिक सुंदरता और प्रवासी पक्षियों के कारण विश्व पर्यटन के मानचित्र पर उभर कर आई है। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन का उद्देश्य पौंग झील की तरफ पर्यटकों को आकर्षित करना है। इसके लिए फरवरी में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पहले दिन स्थानीय खेलों का आयोजन किया जाएगा। दूसरे दिन हिमाचली संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम होंगे। इसमें लुप्त होती जा रही ग्रामीण कलाओं को उभारने के लिए कई प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि आधुनिकता के प्रभाव के बीच लोक सांस्कृतिक मूल्यों का संरक्षण करने के लिए लोक गीत, लोकगाथा, लोकोक्तियों आदि का आयोजन कर स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
शर्मा ने कहा कि आधुनिकता की चकाचौंध के कारण पारंपरिक लोक कलाओं के प्रति नई पीढ़ी का रूझान कम होता जा रहा है। समाज में संस्कार पैदा करने वाले पारिवारिक लोक गीत गायब होते जा रहे हैं। इस कार्यक्रम से जहां हिमाचल की पारंपारिक लोक संस्कृति व कला को बढ़ावा मिलेगा वहीं पर्यटकों को भी झील की ओर आकर्षित होंगे।
इस दौरान मसरूर पौंग डैम ऑर्गेनाइजेशन के चेयरमैन शर्मा, टूरिज्म के संयुक्त सचिव हरिजंदर और पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा भी मौजूद थे।