धर्मशाला, 20 जून। जिला कांगड़ा में रविवार को करीब 105 दिनों बाद कोरोना संक्रमण के सबसे कम सात नए मामले सामने आए हैं। वहीं जिला में मरने वालों की संख्या तीन रही। घटते मामलों के हिसाब से मौतों की संख्या अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है। वहीं जिला में 94 कोविड संक्रमित स्वस्थ भी हुए हैं। रविवार को मृत घोषित किए गए कोरोना संक्रमितों में कांगड़ा उपमंडल के जमानाबाद निवासी 74 वर्षीय और खोली निवासी 85 वृद्ध के अलावा वीपीओ छत्तर फतेहपुर की 45 वर्षीय महिला शामिल हैं। कोरोना का शिकार यह महिला कांगड़ा के फोर्टिस अस्पताल में उपचारधीन थीं। सीएमओ गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि रविवार को जिला में 1000 से अधिक टेस्ट किए गए थे, जिनमें से महज सात लोग ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
उधर, उपायुक्त राकेश प्रजापति बताया कि कांगड़ा जिला में अब कोविड के एक्टिव केस 693 हैं। सभी सक्रमित नागरिकों के उपचार के लिए उचित व्यवस्था की गई है, होम आईसोलेशन में रह रहे कोविड रोगियों को दवाइयां तथा आवश्यक चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस साल 7 मार्च को 7 मामले पाए जाने के बाद दोबारा आज 7 मामले पाए गए हैं।
उपायुक्त ने कहा कि सरकार तथा जिला प्रशासन कोविड संक्रमण से निपटने के लिए पूरी तरह से सतर्क और सजग है। उन्होंने कहा कि कोरोना कर्फ्यू में ढील दी गई है लेकिन अभी भी सभी नागरिकों को कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना सुनिश्चित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर भी सामाजिक दूरी की अनुपालना सुनिश्चित करें तथा मास्क का उपयोग भी किया जाना जरूरी है तभी कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान भी आरंभ किया गया है तथा सभी नागरिेकों को कोविड वैक्सीन दी जाएगी ताकि किसी भी स्तर पर सक्रमण फैलने का खतरा नहीं रहे। उपायुक्त ने बताया कि कांगड़ा जिला में 18 से लेकर 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए सोमवार मंगलवार तथा बुधवार को कोविड वैक्सीन की डोज दी जाएगी। जबकि 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों सहित हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए टीकाकरण सत्र प्रत्येक सप्ताह में वीरवार, शुक्रवार और शनिवार को आयोजित किए जाएंगे जबकि अवकाश के दिन टीकाकरण के लिए कोई भी सत्र आयोजित नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना सभी नागरिकों को सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना जरूरी है। उन्होंने कहा कि खांसी बुखार इत्यादि के लक्षण होने पर टेस्ट जरूर करवाएं तथा इस के लिए सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में टेस्ट की सुविधा प्रदान की गई है।
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