अब डायलिसिस के लिए नहीं जाना पड़ेगा चंडीगढ़, टांडा में मिलेगी सुविधा

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धर्मशाला/शिमला, 30 मार्च। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में 80 लाख रुपये की लागत से स्थापित डायलिसिस इकाई का लोकार्पण करने के उपरांत अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार ने गरीब और जरूरतमंदों को सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की है और इसके लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री हिमकेयर योजना आरंभ की है। इस योजना के अंतर्गत् अभी तक लगभग 225 करोड़ रुपये व्यय कर 2.20 लाख रोगियों को निःशुल्क उपचार सुविधा प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा कि लगभग 100 रोगियों को प्रतिमाह डायलिसिस के लिए चंडीगढ़ या राज्य से बाहर अन्य संस्थानों में जाना पड़ता था, जिन्हें अब यह सुविधा टांडा में ही उपलब्ध हो सकेगी। यह डायलिसिस सुविधा आयुष्मान व हिमकेयर कार्डधारकों के लिए निःशुल्क होगी तथा गैर कार्डधारकों को इसके लिए 1047 रुपये का भुगतान करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले केवल रेडक्रॉस और मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से ही जरूरतमंद रोगियों को सहायता दी जा रही थी जबकि अब हिमकेयर योजना आरंभ होने के उपरांत यह योजना रोगियों की सहायता का एक सशक्त साधन बन चुकी है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज में शीघ्र ही पैट स्कैन (पीईटी) मशीन तथा आधुनिक एमआरआई की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी, जिससे कांगड़ा व निकटवर्ती जिलों के लोग लाभान्वित होंगे। उन्होेंने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में शीघ्र सीटी स्कैन मशीन भी लगाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज की वर्तमान छात्रावास सुविधाओं के विस्तार को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी, जिसके लिए दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके उपरांत, मुख्यमंत्री ने टांडा चिकित्सा महाविद्यालय के विभागाध्यक्षों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी, नगरोटा के विधायक अरूण कुमार, टांडा चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भानू आवस्थी, उपायुक्त डॉ. निपुण जिन्दल और पुलिस अधीक्षक डॉ. कुशाल शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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