शिमला, 20 फरवरी। हिमाचल प्रदेश के राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त यूनुस ने बताया कि विभाग अवैध शराब के कारोबारियों पर लगातार कार्रवाई कर रहा है। विभाग ने इस की निरंतरता में सिरमौर जिले में बड़ी कार्रवाई की है।
उन्होंने बताया कि कुछ समय से विभाग द्वारा सिरमौर जिले के नारीवाला, पांवटा साहिब स्थित शराब की एक फैक्ट्री द्वारा की गई अनियमितताओं की जांच की जा रही थी। इस उच्च स्तरीय जांच में शराब बनाने, इसके रख-रखाव और ढुलाई से जुड़ी अनियमितताएं और खामियां पाई गई। यह भी पाया गया की उक्त बिवरेजिज कंपनी ने शराब की लगभग 900 पेटियों की बिना किसी वैध पास अथवा परमिट के ढुलाई की। इसके अतिरिक्त यह भी पाया गया कि उक्त कंपनी द्वारा लाइसेंस के नियम एवं शर्तों की बार-बार उल्लंघन की गई है और इससे पहले भी उस पर भारी जुर्माना/दंडात्मक कार्रवाई हुई है।
इसका कड़ा संज्ञान लेते हुए विभाग ने उक्त शराब की फैक्ट्री का लाइसेंस रद्द कर दिया है और फैक्टरी को सील करने के भी आदेश दे दिए हैं। यह कार्रवाई हिमाचल प्रदेश आबकारी अधिनियम, डिस्टिलरीज रूल्ज और एचपी बांडिड वेयर हाउस रूल्ज के तहत की गई है।
उन्होंने बताया कि कुछ दिन पूर्व आबकारी विभाग की नूरपुर टीम द्वारा भी पंजाब के साथ लगते सीमांत क्षेत्र छन्नी वैली में अवैध शराब बनाने वालों पर संयुक्त कार्यवाही की गई थी। विभाग को इस क्षेत्र में अवैध शराब बनाने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थीं। सीमांत क्षेत्र होने के बावजूद विभाग ने इस क्षेत्र में कार्यवाही की और कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद लगभग 85000 लीटर कच्ची शराब नष्ट कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि विभाग अवैध शराब बनाने वालों पर कड़ी कार्यवाही कर रहा है और भविष्य में भी यह प्रक्रिया जारी रहेगी।