सांगला वैली को मिली 18 करोड़ की सौगात

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सांगला, 30 सितंबर। राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन-शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जनजातीय किन्नौर जिले की सांगला तहसील में 18 करोड़ 15 लाख रुपये की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
कैबिनेट मंत्री ने आज 14 करोड़ 62 लाख रुपये की राशि करच्छम-सांगला-छितकुल सड़क मार्ग के विस्तारिकरण के लिए प्रदान की। इससे 11 पंचायतें जिनमें किल्बा, सापनी, ब्रुआ, शोंग, चांसू, कामरू, सांगला, बटसेरी, थेमगरंग, रकच्छम व छितकुल के लोगों को राहत मिलेगी तथा किसान, बागवानों और देश एवं विदेशों से आने वाले पर्यटकों को लाभ मिलेगा। इस दौरान उन्होंने 1 करोड़ 78 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले थापासारिंग से केतरा संपर्क सड़क मार्ग की आधारशिला रखी। इसके उपरांत उन्होंने 1 करोड़ 50 लाख रुपये से बनने वाली सीवरेज उपचार संयंत्र चरण 2 से 5 की आधारशिला रखी जिससे क्षेत्र के 3300 लोगों लाभान्वित होंगे।
राजस्व मंत्री ने इसके उपरांत रेशववाल महिला मंडल भवन से अप्पर रेश्वाल तक संपर्क सड़क मार्ग तथा बौद्ध मंदिर प्रागंण के नजदीक वर्षा शालिका का शिलान्यास किया। इसके उपरांत उन्होंने बौद्ध मंदिर में दीयाघर सांगला का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने 16 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सनतंग बैठक स्थल का शिलान्यास भी किया।
कैबिनेट मंत्री ने इस दौरान रेश्वाल महिला मंडल को 10 हजार रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की।
बागवानी मंत्री ने आयुर्वैदिक स्वास्थ्य केंद्र सांगला का निरीक्षण किया तथा वहां पर उपचाराधीन मरीजों का कुशलक्षेम जाना। इसके उपरांत उन्होंने बस स्टैंड सांगला का भी निरीक्षण किया तथा स्थानीय लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया और चरणबद्ध तरीके से उनकी जन-समस्याओं का निवारण करने का आश्वासन दिया।
इसके उपरांत नेगी ने सांगला में आयोजित 2 दिवसीय टुकपा वैली उत्सव के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि मेले एवं त्योहार हमारे आपसी भाईचारे को बनाए रखने में सहयोग प्रदान करते हैं क्योंकि आज की व्यस्तम जीवनशैली के दृष्टिगत एक-दूसरे से मेलजोल का अभाव देखने को मिलता है। ऐसे में इन मेलों व त्योहारों के आयोजन से आपसी सद्भाव व भाईचारे के साथ प्रेमभाव भी बरकरार रहता है।
कैबिनेट मंत्री ने इस अवसर पर युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि वे जनजातीय किन्नौर जिले की समृद्ध संस्कृति को संजोए रखें और इस पर गर्व महसूस करें। उन्होंने युवाओं से किन्नौर के रीतिरिवाज, खानपान व पहरावे को अपने जीवन में बनाए रखने का आग्रह किया ताकि आने वाली पीढ़ी को किन्नौर जिले की समृद्ध संस्कृति विरासत के रूप में मिल सके।
इस दौरान उन्होंने सरकारी विभागों द्वारा जिनमें पशुपालन, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता, जलशक्ति, आपदा प्रबंधन, उद्यान एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया तथा कहा कि इन प्रदर्शनियों के माध्यम से आमजन को वर्तमान प्रदेश सरकार की जनहितैषी योजनाओं एवं नीतियों का लाभ मिल रहा है तथा उनके जीवन स्तर में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा स्थापित किन्नौर के व्यंजनों के स्टॉल से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और उद्यमिता को बढ़ावा मिलता है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने मेला कमेटी को ₹2,00,000 राशि देने की घोषणा की।
इसके उपरांत जनजातीय विकास मंत्री ने 25 लाख रुपये की राशि से निर्मित किए गए वन विश्राम गृह सांगला के अतिरिक्त कमरों का आमजन के लिए लोकार्पण किया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक शेखर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष उमेश नेगी, राज्य सहकारी बैंक के निदेशक पितांबर नेगी, किनफैड के अध्यक्ष चंद्र गोपाल नेगी, पंचायत समिति कल्पा की अध्यक्षा ललिता पंचारस, उपमंडलाधिकारी कल्पा डॉ. मेजर शशांक गुप्ता, वनमंडलाधिकारी अरविंद कुमार, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग आनंद कुमार शर्मा, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग अभिषेक शर्मा, अधिशाषी अभियंता विद्युत टाशी नेगी, तहसीलदार सांगला हरदयाल सिंह, प्रधान ग्राम पंचायत सांगला देव सांकी, प्रधान कामरू इंदु लक्ष्मी नेगी, प्रधान चांसू बीरबल लोकटस और प्रधान थेमगरंग मनोहर देवी नेगी भी उपस्थित थीं।

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