नालागढ़ में सरेआम हत्या हिमाचल की कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह

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शिमला, 11 अगस्त। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। अपराधियों के हौसलें बुलंद हैं। हर तरफ माफिया हावी हैं। प्रदेश में अपराध का ग्राफ आसमान छू रहा है। सरकार ने लोगों की सुरक्षा को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि नालागढ़ जैसे औद्योगिक क्षेत्र में सरेआम दो लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्यारे तलवार-चाकू लेकर प्रदेश में आए और दो लोगों को सरेआम मार कर भाग गए। प्रदेश में ऐसा कभी नहीं हुआ। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दूसरे प्रदेश से लोग आते हैं, देवभूमि में हत्या करके चले जाते हैं। पुलिस कुछ भी नहीं कर पाती है। पुलिस उन्हें रोकना तो दूर पकड़ भी नहीं पाती है। तीन हत्यारे हथियारों के साथ प्रदेश की सीमा में कैसे आए और कैसे भाग गए, मुख्यमंत्री को इस बात का जवाब प्रदेश को देना होगा। लोगों के मन में पुलिस का खौफ ही नहीं हैं। इस तरह की वारदात कोई पहली बार नहीं हुई है। इसके पहले चंबा में एक युवक को आठ टुकड़ों में काट कर फेंक दिया। पुलिस पर मृतक के परिजनों ने मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाया। हर बार पुलिस पर लापरवाही और माफियाओं के साथ सख्ती न करने के आरोप लग रहे हैं। मुख्यमंत्री स्वयं इसका संज्ञान लें।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नालागढ़ में पहले भी उद्योगपतियों ने माफियाओं की प्रताड़ना से पलायन करने का अल्टीमेटम दे चुके हैं। आए दिन खनन माफियाओं द्वारा किसी न किसी प्रकार की आपराधिक घटना मीडिया की सुर्खयिां बन रही हैं। खनन माफियाओं द्वारा दिनदहाड़े गोलीबारी की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं। हर बार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने में पुलिस द्वारा लापरवाही करने के भी आरोप लग रहे हैं। आखिर इस तरह के माफियाओं को किसका संरक्षण है। खनन माफिया द्वारा पुलिस के साथ मारपीट की गई। मोबाइल छीन लिया गया। अगर प्रदेश में अपराधियों के हौंसले इस कदर बुलंद हो जाएंगे तो आम आदमी का जीना मुश्किल हो जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस हत्याकांड पर पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करे। अपराधी चाहे जहां भी छिपे हों, उन्हें पकड़ के लाये और सख्त से सख्त सजा दिलवाए। जिससे आगे कोई भी तरह की वारदात करने की हिम्मत न कर सके। उन्होंने कहा कि नालागढ़ एक औद्योगिक क्षेत्र हैं। प्रदेश के आर्थिक गतिविधि का प्रमुख केंद्र है। ऐसी जगहों पर इस तरह की वारदात होना अपने आप में बड़ी चूक है। औद्योगिक क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं लोगों में असुरक्षा का भावना पैदा करेगी। इससे औद्योगिक गतिविधियां भी प्रभावित होंगी। यह प्रदेश के लिए अच्छी स्थिति नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसके पहले रोहडू के टिक्कर में एक मासूम के साथ एक दुकानदार द्वारा बर्बर कृत्य किया गया और उस मामले में भी पुलिस पीडि़त को टालती रही। जब वीडियो वायरल हुआ तब जाकर कार्रवाई की गई। पिछले आठ महीनें में सैंकड़ों मामलों में पीडि़त ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश देवभूमि हैं और यह कानून व्यवस्था और शांति के लिए देश भर में हिमाचल की पहचान है। इसलिए किसी भी हालत में कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। सरकार प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर ध्यान दें। देवभूमि में इस तरह से माफिया का बोलबाला हम नहीं चलने देंगे।

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