शिमला, 1 मई। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां कहा कि कांगड़ा जिले के पालमपुर में हेलीपोर्ट के निर्माण के लिए पर्यटन विभाग को भूमि हस्तांतरित कर दी गई है तथा इस संबंध में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट शीघ्र ही तैयार कर दी जाएगी। हेलीपोर्ट के लिए प्रस्तावित 82 कनाल भूमि चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में स्थित है जो पालमपुर शहर से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उन्होंने कहा कि हेलीपोर्ट के निर्माण पर लगभग 9 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पालमपुर को सूचना प्रौद्योगिकी हब के रूप में विकसित कर रही है और इस हेलीपोर्ट के माध्यम से जिला कांगड़ा में पर्यटन गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यटकों के लिए यात्रा के समय में कमी करने के उद्देश्य से सभी जिला मुख्यालयों के समीप हेलीपोर्ट निर्माण करने के लिए प्रयास कर रही है। सभी जिला उपायुक्तों को अपने संबंधित क्षेत्रों में हेलीपोर्ट निर्माण के लिए प्राथमिकता के आधार पर भूमि चिह्न्ति करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इससे न केवल राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आपातकालीन स्थितियों में भी मदद मिलेगी। इससे मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में मरीजों को एयरलिफ्ट करने में भी मदद मिलेगी। इसके अतिरिक्त इन हेलीपोर्ट को किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान निकासी स्थल के रूप में उपयोग किया जा सकता है और संकट के समय में राहत प्रदान की जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा को प्रदेश की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित किया जा रहा है और जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अधोसंरचना को और सुदृढ़ करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार का कार्य प्रगति पर है और रनवे की लंबाई 1372 मीटर से बढ़ाकर 3010 मीटर की जाएगी, ताकि यहां पर बड़े विमान भी उतर सकें। उन्होंने कहा कि पर्यटन सुविधाओं के विकास से पर्यटकों का आवागमन बढ़ने और युवाओं के लिए रोजगार के अधिक अवसर सृजित होने की उम्मीद है।