शिमला, 13 जनवरी। हिमाचल प्रदेश वन विभाग में पिछले एक वर्ष से उलझे जेओएआईटी की वरिष्ठता के मामले को कानूनी पहलुओं से अध्ययन करने के बाद विभागीय स्तर पर सुलझाने में विशेष भूमिका निभाने वाले वन विभाग के जिला समाहर्ता को हिमाचल प्रदेश मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन ने विशेष रूप से सम्मानित किया।
उमेश के शर्मा को वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के अधिवेशन में सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि लगभग 59 जेओएआईटी की वरिष्ठता का यह मामला पिछले एक वर्ष से वन विभाग अवर सचिवालय के चक्कर काट रहा था, लेकिन इसे सुलझाने के लिए कोई रास्ता निकल नहीं पा रहा था। हिमाचल प्रदेश वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन वन विभाग के मुखिया अजय श्रीवास्तव से इस मामले को सुलझाने के लिए प्रयासरत थी। एसोसिएशन के आग्रह पर यह मामला जिला समाहर्ता (वन) उमेश के शर्मा से कानूनी सलाह के लिए भेजा गया, जिसे उन्होंने अविलम्ब सुलझा कर वन विभाग मुखिया को हरी झंडी दे दी।
हिमाचल प्रदेश वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश बादल ने जिला समाहर्ता का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि उनकी एसोसिएशन इसी प्रकार कर्मचारियों के हित में सही निर्णय लेने वाले अधिकारियों को सम्मानित करती रहेगी, ताकि कर्मचारी हित में सही निर्णय लेने वाले अधिकारियों का उनकी कार्यकुशलता और कर्मचारी हित में काम करने का जज्बा बरकरार रह सके।