सुक्खू सरकार के विधानसभा सत्र के पहले ही दिन भाजपा का हंगामा

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तपोवन (कांगड़ा), 4 जनवरी। हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा के पहले सत्र के दिन ही विपक्षी भाजपा विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अगुवाई में प्रदर्शन करते हुए विधानसभा से वाकआउट किया। इस दौरान सभी विपक्षी विधायकों ने पूर्व सरकार के कार्यकाल में खोले गए संस्‍थानों को बंद करने को लेकर जमकर नारेबाजी की।
आज विस के शीतकालीन सत्र की शुरुआत प्रोटेम स्‍पीकर चंद्र कुमार ने की। अभी विधायकों को शपथ दिलाए जाने की तैयारी ही की जा रही थी कि विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने संस्‍थानों को बंद किए जाने को की बात उठाई और इस फैसेले को वापस लेने की मांग की। भाजपा के विधायकों ने इसके समर्थन में नारेबाजी की। प्रोटेम स्‍पीकर ने उन्‍हें टोकते हुए पहले विधायकों की शपथ पूरी होने देने की बात कही। इसके बाद भाजपा विधायक सीट पर खड़े हो गए और हंगामा करते रहे।
सदन से बाहर आने पर जय राम ठाकुर ने कहा कि यह प्रदेश के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि सरकार बनने के 20-22 दिन बाद विधायकों की शपथ हो रही है। सरकार ने आते ही बदले की भावना से निर्णय लेने शुरू कर दिए और पूर्व की सरकार के समय खोले गए संस्थानों और कार्यालयों को डिनोटिफाई करके ताले लगा दिए। इससे पहले इनकी जरूरत को रिव्‍यू तक नहीं किया गया। उन्‍होंने कहा कि सरकार यह फैसला लेने से पहले रिव्‍यू करती और पता लगाती कि जनता को इसकी कितनी सहूलियत मिल रही है, मगर नई सरकार ने गलत फैसला लेकर सत्‍ता संभालते ही लोगों को सड़कों पर आने को मजबूर कर दिया।

उधर, मुख्‍यमंत्री ने सदन में डिनोटिफाई किए गए संस्‍थानों का ब्‍यौरा रखा और बताया कि किस तरह ये संस्‍थान बिना बजट और स्‍टाफ के खोले गए। इनमें कुछ संस्‍थान व कार्यालय तो ऐसे थे कि जिनकी अधिसूचना से पहले फाइनेंस विभाग से मंजूरी तक नहीं ली गई। मुख्‍यमंत्री ने इन संस्‍थानों को बंद करने को लेकर अपनी पहले कही गई बातें दोहराईं।

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