शिमला, 27 मई। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज राजभवन में एनसीसी समूह मुख्यालय शिमला के तत्वावधान में आयोजित एक अभिनंदन कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम में 26 जनवरी को नई दिल्ली में शिविर और परेड में भाग लेने वाले एन.सी.सी. कैडेट्स को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि एन.सी.सी. हमें देश के प्रति निष्ठा और अनुशासन सिखाती है। उन्होंने कहा कि यह समाज के प्रति सेवा की भावना जागृत करती है। उन्होंने कहा कि एनसीसी ने देश में इस भावना को जगाने में अहम भूमिका निभाई है।
राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल के कैडेट्स ने गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेकर प्रदेश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य के कैडेट्स ने परेड में बड़ी संख्या में भाग लिया और इन की उपलब्धियां अन्य युवाओं के लिए प्रेरक हैं।
राज्यपाल ने एक कैडेट के रूप में अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि उन्होंने कॉलेज में एनसीसी में भाग लिया था। वह पहले नौसेना और फिर इन्फैंट्री विंग का हिस्सा रहे। उन्होंने कहा कि उस समय हमें एनसीसी की पोशाक पहनने पर गर्व होता था। एन.सी.सी. कैडेट्स लोगों के आकर्षण का केंद्र हुआ करते थे और हमारी एक अलग पहचान थी, जो केवल एन.सी.सी. के कारण ही संभव हो पाई है। उन्होंने कहा कि आज भी गोवा के पुराने एनसीसी कैडेट्स का एक व्हाट्सएप ग्रुप है और वे भी इसके एक सदस्य हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल ने गणतंत्र दिवस परेड 2022 में भाग लेने वाले एन.सी.सी. ग्रुप मुख्यालय शिमला के 11 कैडेट्स को प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया।
एनसीसी समूह मुख्यालय शिमला के कार्यवाहक ग्रुप कमांडर कर्नल सुरेश भैक ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
इसके पश्चात राज्यपाल ने कैडेट्स के साथ संवाद भी किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने स्नातकोत्तर महाविद्यालय सोलन के हर्ष, वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी के राहुल ठाकुर, अजय कुमार व पंकज कुमार, महाराजा लक्ष्मण सेन मेमोरियल कॉलेज सुंदरनगर के पंकज ठाकुर, प्रियंका, राजकीय डिग्री महाविद्यालय बासा की मोनिका, स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामपुर के तनुज, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऊना की अंजली गोंड, राजकीय डिग्री महाविद्यालय कोटशेरा के आशीष और सेंट बिड्स शिमला की रुतुजा कुलकर्णी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।
इस अवसर पर एनसीसी के वरिष्ठ अधिकारी, एनसीसी मुख्यालय के स्टाफ के सदस्य और एनसीसी कैडेट भी उपस्थित थे।
छात्रहित व समाज सेवा से जुड़े कार्यों में अभाविप की भूमिका सराहनीय