मुख्यमंत्री ने कहा कि सुधीर को पैसे की भूख इतनी है कि एक जमीन मालिक को जमीन ख़रीदने के लिए विधायक रहते खुद फोनकर दबाव बनाया और कहा कि आपको अपनी जमीन देनी ही होगी लेकिन, जमीन मालिक ने मना कर दिया कि उसके पास थोड़ी सी जमीन है, वह उसे नहीं बेचेंगे। जमीन मालिक ने मुझे यह बात खुद आकर बताई है। जांच चल रही है, आने वाले समय में और बड़े खुलासे होंगे। पैसे की भूख में ही धर्मशाला के पूर्व विधायक ने खुद को भाजपा की राजनीतिक मंडी में बेचा है।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला के पूर्व विधायक का ध्यान संपत्ति बनाने पर ही रहा, लोगों की समस्याओं को कभी नहीं उठाया। मुख्यमंत्री के नाते मैं खुद धर्मशाला स्मार्ट सिटी का काम देखता रहा। ढंगवार में 250 करोड़ रुपये का मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट दिया, 500 करोड़ रुपये का यूनिटी मॉल उनके विधानसभा क्षेत्र में दिया, लेकिन सुधीर फिर भी बिक गया। वह धनसेवक हैं, जनसेवक नहीं। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने ईमानदार उम्मीदवार देवेंद्र जग्गी को टिकट दिया है। धर्मशाला की जनता उनका साथ दे व जिताकर विधानसभा भेजे, पूरे विधानसभा क्षेत्र की सूरत बदल दी जाएगी। पूर्व विधायक ने जनता पर उपचुनाव थोपा है, ऐसे लोगों की राजनीति में कोई जगह नहीं है। बिकाऊ कभी टिकाऊ नहीं हो सकता, 1 जून को कांग्रेस को वोट देकर उन्हें घर बिठा दीजिए। धर्मशाला के भाजपा कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि यह चुनाव पार्टी विचारधारा से ऊपर उठकर लड़ें। बिकाऊ सुधीर कभी भाजपा का नहीं होगा। ईमानदार भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस को वोट देकर उन्हें सबक सिखाए। धर्मशाला का विकास मैं खुद देखूंगा। इस दौरान खेल मंत्री यादविंदर गोमा, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान और पूर्व उम्मीदवार विजय इंद्र कर्ण भी मौजूद थे।