रिकांगपिओ, 31 मई। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने आज यहां कोरोना महामारी ने निपटने के लिए गठित जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स की अध्यक्षता करते हुए बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए ऑफलाइन पंजीकरण सुविधा उपलब्ध होगी, जबकि रिकांगपिओ में 60 फीसदी ऑफलाइन तथा 40 फीसदी ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध होगी।
उपायुक्त ने बताया कि प्रदेश सरकार ने जनजातीय क्षेत्र के लोगों के आग्रह पर यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जिले के कुछ क्षेत्रों में नेट-कनेक्टीविटी न होने के कारण 18 से 44 वर्ष के लोगों को वैक्सीनेशन पंजीकरण के लिए स्लॉट बुक करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था। इसी के मदद्ेनजर प्रदेश सरकार द्वारा जनजातीय क्षेत्रों के लिए ऑफलाइन पंजीकरण कर स्लॉट बुक का निर्णय लिया गया ताकि दुर्गम क्षेत्र के इस आयु वर्ग के लोगों को लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि ऑफलाइन वैक्सीनेशन पंजीकरण के लिए पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर वैक्सीनेशन सेंटर में टोकन दिया जाएगा ताकि वैक्सीनेशन सैन्टर में अनावश्यक भीड़ न हो। उन्होंने कहा कि जिले में अब तक पहले चरण में 18 से 44 वर्ष के 1480 लोगों को कोविड की पहली डोज दी जा चुकी है जो कि निर्धारित लक्ष्य से अधिक है। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में वैक्सीनेशन की उपलब्धता पर वैक्सीनेशन प्रक्रिया आरंभ की जाएगी जिसके लिए अलग से वैक्सीनेशन सैंटर की सूचना दी जाएगी।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनम नेगी, डॉ. अन्वेषा, उप-निदेशक प्रारंभिक शिक्षा व महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।