मुख्यमंत्री ने बरागटा को श्रद्धासुमन अर्पित किए, राज्यपाल ने जताया शोक
शिमला, 5 जून। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मुख्य सचेतक, जुब्बल-कोटखाई के विधायक तथा पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। बरागटा का निधन आज प्रातः पीजीआई चंडीगढ़ में हुआ। वह 69 वर्ष के थे। उन्होंने प्रदेश भाजपा मुख्यालय में श्रद्धासुमन अर्पित करने के पश्चात मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि बरागटा एक लोकप्रिय नेता थे जिनका प्रदेश के विकास, विशेषकर बागवानी क्षेत्र, में बहुत योगदान रहा और उनका निधन अपूर्णीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरागटा का दुःखद निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है क्योंकि वह एक समर्पित भाजपा नेता थे और विधानसभा क्षेत्र जुब्बल-कोटखाई के विकास के लिए प्रयासरत थे।
ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के लोग विशेषकर जिला शिमला के लोग बरागटा द्वारा बागवानी, तकनीकी शिक्षा इत्यादि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किए गए योगदान को सदैव याद रखेंगे। बरागटा ने सदैव जुब्बल-कोटखाई के लोगों तथा बागवानों के हितों का ध्यान रखा तथा क्षेत्र के विकास को नई दिशा दी। उन्होंने कहा कि बरागटा के रूप में उन्होंने अपने परम मित्र को खोया है जिन्होंने अपने अनुभव से पार्टी को मजबूत किया। बरागटा ने सदैव लोगों की मांगों तथा उनके कल्याण के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि बरागटा का निधन अपूर्णीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति तथा शोकसंतप्त परिवार के सदस्यों को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
ठाकुर ने आज चंडीगढ़ में बरागटा की पार्थिव देह पर माल्यार्पण किया तथा प्रदेश और भारतीय जनता पार्टी के विकास के लिए उनके योगदान को स्मरण किया। हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने भी बरागटा के निधन पर शोक व्यक्त किया। इस अवसर पर चंडीगढ़ में भाजपा के राज्य अध्यक्ष सुरेश कश्यप, भाजपा के हिमाचल प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह-प्रभारी संजय टण्डन, भाजपा के संगठन सचिव पवन राणा, विधायक डॉ. राजीव बिंदल और परमजीत सिंह पम्मी, जल प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष दर्शन सिंह सैणी, पूर्व सांसद कृपाल परमार तथा अन्य भाजपा नेताओं ने भी बरागटा की पार्थिव देह पर माल्यार्पण किया।
बरागटा वर्ष 1998 में शिमला विधानसभा क्षेत्र से हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए और प्रदेश में भाजपा नेतृत्व की सरकार में बागवानी राज्य मंत्री बने। वर्ष 2007 में वह पुनः जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए और भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए। बरागटा वर्ष 2017 में फिर विधानसभा के लिए चुने गए और मुख्य सचेतक बनाए गए। उधर, शिमला में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद सुरेश कश्यप, मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों, विधायकों, विभिन्न बोर्ड व निगमों के अध्यक्षों व उपाध्यक्षों और अन्य नेताओं ने भी बरागटा को श्रद्धासुमन अर्पित।
राज्यपाल ने शोक व्यक्त किया
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने बरागटा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। अपने शोक संदेश में राज्यपाल ने कहा कि बरागटा एक स्वच्छ छवि के मेहनती व हिमाचल के प्रति समर्पित नेता थे। उन्होंने राज्य में बागवानी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। प्रदेश में विशेषकर जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने परमपिता परमेश्वर से दिवंगत आत्मा को शान्ति और शोक संतप्त परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।