- प्रतिबंधित पोली पदार्थों के इस्तेमाल पर होगी कार्रवाई
- 12 अगस्त से चलेगी हेलीटैक्सी
- श्रद्धालुओं के पंजीकरण की होगी पुख्ता व्यवस्था
- 20 रुपये का लगेगा सुरक्षा पंजीकरण शुल्क
चंबा, 1 जुलाई। उत्तरी भारत की प्रसिद्ध श्री मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ विभिन्न प्रबंध व्यवस्थाओं को तय सीमा के भीतर सुनिश्चित बनाने के लिए आज बचत भवन में उपायुक्त डीसी राणा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।
डीसी राणा ने कहा की कोरोना संक्रमण से उभरने के बाद श्रद्धालुओं की अब संख्या अधिक हो सकती है। ऐसे में सभी संबंधित विभागों को तय सीमा के भीतर पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित बनानी होगी। उपायुक्त ने बताया कि श्री मणिमहेश यात्रा 19 अगस्त से 2 सितंबर तक आयोजित होगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत हेलीटैक्सी को 12 अगस्त से शुरू किया जाएगा।
बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के पंजीकरण की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित बनाई जाएगी। यात्रा में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को बीस रुपये का सुरक्षा पंजीकरण शुल्क देना होगा। चंबा से मणिमहेश डल झील तक उचित व्यवस्था सुनिश्चित बनाने के लिए 13 सेक्टरों में बांटे जाने का निर्णय लिया गया। उपायुक्त ने कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए इन सभी 13 सेक्टरों में पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने को कहा।
उन्होंने यह भी कहा कि आम श्रद्धालुओं को हड़सर कुगती परिक्रमा मार्ग से जाने की मनाई रहेगी।
बैठक में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा लगाए जाने लंगरों पर विस्तृत समीक्षा के दौरान यह निर्णय भी लिया गया कि सड़क के किनारे किसी भी संस्था को अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी। इसके साथ लंगर संस्था को संबंधित एसडीएम की अनुमति लेनी भी अनिवार्य होगी।
उपायुक्त ने विभिन्न विद्युत परियोजनाओं के बांध क्षेत्र और महत्वपूर्ण स्थानों पर उचित ध्वनि प्रसारण यंत्रों के माध्यम के साथ-साथ असुरक्षित स्थानों पर खतरे के चेतावनी चिन्ह स्थापित करने के भी निर्देश दिए। ताकि डैम से छोड़े जाने वाले पानी के बढ़ने से किसी भी प्रकार की हानि ना हो।
राष्ट्रीय उच्च मार्ग चंबा-भरमौर की स्थिति पर विस्तृत चर्चा के दौरान उपायुक्त ने खड़ा मुख से आगे चिन्हित स्थानों पर यात्रा से पहले क्रैश बैरियर लगाने के निर्देश दिए।
प्रतिबंधित पोली पदार्थों के इस्तेमाल को रोकने और साफ सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित बनाने के लिए चर्चा के पश्चात उपायुक्त ने उप निदेशक एवं परियोजना अधिकारी चंबा को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के आदेश जारी किए।
इसके अतिरिक्त उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से यात्रा के दौरान निर्धारित रूटों पर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित बनाने को भी कहा। उन्होंने विभाग को एंबुलेंस और मोबाइल मेडिकल यूनिट तैनात करने के निर्देश दिए। बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि हड़सर गांव से डल झील तक शराब की बिक्री को पूर्णता प्रतिबंध रखा जाए।
क्षेत्रीय प्रबंधक एचआरटीसी को यात्रा के दौरान बसों की उचित व्यवस्था करने को कहा गया।
किसी भी विपरीत परिस्थिति के दौरान राहत एवं बचाव टीमों के गठन को लेकर डीसी राणा ने अटल बिहारी बाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबंधित खेल संस्थान के भरमौर स्थित केंद्र के प्रभारी को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश जारी किए।
उन्होंने कहा कि साथ विभिन्न स्थानों पर राहत एवं बचाव टीम तैनात की जाएगी जिसमें एसडीआरएफ की टीम भी शामिल रहेगी। आपदा की स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन के टोल फ्री नंबर 1077 या व्हाट्सएप नंबर 98166-98166 सूचित किया जा सकेगा।
डीसी राणा ने छडी यात्रा यात्रा में की जाने वाली सभी व्यवस्थाओं को व्यवस्थाओं को सुनिश्चित बनाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर निशांत ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद वर्मा, सहायक आयुक्त मनीष चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कपिल शर्मा, एसडीएम चंबा अरुण कुमार, एसडीएम भरमौर असीम सूद सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।