शिमला, 14 मई, अक्षुण्ण भारत। कोरोना मरीजों की सुविधा के लिए एंबुलेंस सेवा को सुदुढ़ करने के लिए स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों तथा चिकित्सा अधीक्षकों के साथ वीडियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एंबुलेंस सेवा की उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 मरीजों को समय पर सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में राष्ट्रीय एम्बुलेस सेवा 108 तथा जेएसएसके 102 के 123 वाहन कोविड सेवाओं के लिए समर्पित हैं। इसके अलावा, प्रशासन तथा रेडक्रॉस जैसी संस्थाएं भी इस उद्देश्य में अपना योगदान दे रही है। उन्होंने सभी जिलों के संबंधित जिला प्रशासनिक अधिकारियों को कोविड-19 के मरीजों की वाहन सुविधा के लिए सेना, अर्धसैनिक बल, ईएसआई, जल विद्युत परियोजनाओं आदि में उपयोग किए जा रहे वाहनों की संभावित उपलब्धता तलाशने के लिए कहा, ताकि कोरोना मरीजों के लिए एंबुलेंस सुविधा समय पर सुनिश्चित की जा सके।
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स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिला प्रशासनिक अधिकारियों को कोविड के मरीजों के लिए राष्ट्रीय एंबुलेंस सेवा 108 की एंबुलेंस का उपयोग करने का परामर्श दिया, क्योकि ऐसे मरीजों को लंबी दूरी तय करने के दौरान ऑक्सीजन की अधिक मात्रा में आवश्यकता रहती है। इसके अतिरिक्त, कम दूरी तय करने वाले मरीजों की वाहन सुविधा के लिए जे.एस.एस.के. 102 एंबुलेंस सेवा का उपयोग किया जाना चाहिए, जिसमें आवश्यकता अनुसार छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध होते है। उन्होंने कहा कि जिन मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है या ठीक हो चुके मरीजों को वाहन सुविधा प्रदान करने के लिए नॉन-एंबुलेंस वाहनों का उपयोग किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इस माह 11 अप्रैल तक कोविड से संबंधित आपतकालीन स्थितियों के लिए कुल 2360 बार एम्बुलेंस भेजी गई, जिसमें से 63 प्रतिशत कॉल कोविड समर्पित एंबुलेंस और 37 प्रतिशत नॉन-कोविड आपातकालीन सेवाओं के लिए भेजी गई है।