चंबा, 2 अगस्त। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर आज चम्बा जिला के भटियात विधानसभा क्षेत्र के चुवाड़ी में हिमाचल प्रदेश के गठन के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रगतिशील हिमाचलः स्थापना के 75 वर्ष (प्रोगेसिव हिमाचलः 75 ईयर्ज ऑफ फॉरमेशन) समारोह में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इन 75 वर्षों के दौरान हिमाचल प्रदेश न केवल पहाड़ी राज्यों बल्कि कई विकसित राज्यों के लिए भी देश के एक आदर्श राज्य के रूप में उभरा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने गत 75 वर्षों के दौरान विकास के सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय राज्य के मेहनती और समर्पित लोगों के अलावा प्रदेश में समय-समय पर प्रदान किए गए सक्षम नेतृत्व को जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य के गठन के समय यहां केवल चार जिले थे, परंतु आज राज्य में 12 जिले हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1948 में राज्य की साक्षरता दर सात प्रतिशत से थोड़ी अधिक थी, जबकि आज राज्य की साक्षरता दर 83 प्रतिशत से अधिक है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य के लिए सड़कें विकास की जीवन रेखा हैं और राज्य की सरकारों ने सड़कों के निर्माण पर विशेष बल प्रदान किया। उन्होंने कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) की शुरुआत की थी और इस योजना के अंतर्गत् लगभग 50 प्रतिशत सड़कों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि आज भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुरक्षित हाथों में है, जो एक वैश्विक नेता के रूप में उभरे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के सक्षम नेतृत्व में भारत अपने पुराने गौरव और सम्मान को फिर से हासिल करने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेतृत्व में देश कोविड महामारी की कठिन परिस्थिति से सफलतापूर्वक उभरा है और इसका सारा श्रेय प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा समय पर तैयार किए गए स्वदेशी टीके को जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने टीकाकरण अभियान में उत्कृष्ट कार्य किया है और टीकाकरण के पहली तथा दूसरी डोज का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। राज्य की इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य विकास के मामले में एक चैंपियन के रूप में उभरा है। उन्होंने लोगों से बूस्टर डोज टीका लगवाने का भी आग्रह किया।
जय राम ठाकुर ने कहा कि पिछली राज्य सरकार ने गरीबों और पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए एक भी योजना शुरू नहीं की थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने समाज के कमजोर वर्ग के कल्याण और उत्थान के लिए सहारा योजना, शगुन योजना, हिमकेयर, मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना जैसी अनेक योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के दृष्टिगत विपक्ष प्रदेश के लोगों को गुमराह कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आगामी वर्ष में देश के युवाओं को 10 लाख रोजगार देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में विपक्ष एक नेतृत्वविहीन, मुद्दाविहीन और दिशाहीन है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का निर्बाध विकास सुनिश्चित करने के लिए राज्य में डबल इंजन की सरकार महत्वपूर्ण है।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने चुवाड़ी में आयोजित 73वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने चुवाड़ी हेलीपैड के समीप पुनिका ग्रैनटम (दाड़ू) का पौधा भी रोपा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता के 75 वर्ष और हिमाचल प्रदेश के गठन के 75 वर्ष के पावन अवसर पर इस वर्ष वन महोत्सव हरियाली महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य लोगों को हमारे जीवन में वनस्पतियों और जीवों के महत्व के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य के वन विभाग ने 15,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि में पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित रखा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के सुनियोजित प्रयासों के फलस्वरूप पिछले चार वर्षों में राज्य के हरित आवरण में लगभग 342 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2020-21 और 2021-22 के लिए राज्य स्तरीय वन पुरस्कार भी वितरित किए।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के 75 वर्षों के अस्तित्व पर एक थीम गीत का गायन भी किया गया।
इस अवसर पर सूचना एवं जन संपर्क विभाग द्वारा निर्मित हिमाचल प्रदेश के 75 वर्षों के गौरवशाली इतिहास पर आधारित एक वृत्तचित्र का भी प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर वन मंत्री राकेश पठानिया, हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज, मुख्य सचेतक बिक्रम सिंह जरयाल, विधायक जिया लाल कपूर, कृषि उपज मंडी समिति के अध्यक्ष डी.एस. ठाकुर, जिला भाजपा अध्यक्ष जसबीर नागपाल, प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन अजय श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन्य प्राणी राजीव कुमार ने भी पौधे रोपित किए।
इसके पश्चात, मुख्यमंत्री ने चंबा जिले के भटियात विधानसभा क्षेत्र के चुवाड़ी में लगभग 162 करोड़ रुपये की 22 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किए।
मुख्यमंत्री ने 3.33 करोड़ रुपये की लागत से बनी मंघियार-फगोट सड़क, 4.99 करोड़ रुपये से निर्मित द्रमणनाला-राजायी सड़क और 5.16 करोड़ रुपये की लागत से बनी पटका-हाथीघर सड़क का लोकार्पण किया। उन्होंने 1.31 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन ककीरा, 6.57 करोड़ रुपये लागत के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान गरनोटा, 6.54 करोड़ रुपये की लागत से मोटला-सुखियार सड़क, 30.46 करोड़ रुपये की लागत से स्तरोन्नत पटका-डलहौजी सड़क, 3.09 करोड़ रुपये लागत से घटासनी पुल-भोलग सड़क, 1.32 करोड़ रुपये की लागत से डुडियारा-कैहलू सड़क, 1.24 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित लुनेड पुल, 4.25 करोड़ रुपये लागत की चक्की खड्ड-रायपुर कूहल सिंचाई योजना की रि-मॉडलिंग, 2.12 करोड़ रुपये लागत की बहाव सिंचाई योजना सियूनी की रि-मॉडलिंग और भटियात तहसील के विभिन्न गांवों के लिए 1.74 करोड़ रुपये की लागत से बाराहल खड्ड उठाऊ सिंचाई योजना का उदघाटन भी किया। उन्होंने चुवाड़ी में लोक निर्माण विभाग के नए मंडल का शुभारंभ भी किया।
मुख्यमंत्री ने करोड़ों रुपये के विकास कार्यों के शिलान्यास भी किए। इनमें ग्राम पंचायत तारागढ़ की पेयजल योजना डंगोरी पर 8.81 करोड़ रुपये, उठाऊ पेयजल योजना ककीरा कस्बा, गाहर, परछोर पर 37.52 करोड़ रुपये, उठाऊ पेयजल योजना सिंहुता 18.99 करोड़ रुपये, उठाऊ पेयजल योजना सामा, सलोह, चुलारी 2.20 करोड़ रुपये, पेयजल योजना हटली, गोला और बलाणा 4.51 करोड़ रुपये, उठाऊ सिंचाई योजना मैल 2.25 करोड़ रुपये और उठाऊ पेयजल योजना साहला मुंडी पर 1.57 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इस अवसर पर वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि भाजपा नेतृत्व और कांग्रेस का कोई मुकाबला नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में भटियात क्षेत्र का संतुलित विकास सुनिश्चित हुआ है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से मुख्यमंत्री के हाथ मजबूत करने का आग्रह किया ताकि विकास की गति निर्बाध चलती रहे।
इस अवसर पर मुख्य सचेतक और स्थानीय विधायक बिक्रम सिंह जरयाल ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने इस अवसर पर करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं को समर्पित करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि भटियात क्षेत्र में करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं चल रही हैं, जिससे यह क्षेत्र राज्य के एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा आरंभ की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से भटियात क्षेत्र के लोग लाभान्वित हो रहे हैं। मुख्य सचेतक ने मुख्यमंत्री को क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक मांगों से भी अवगत करवाया।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज, विधायक जिया लाल कपूर, कृषि उपज मंडी समिति के अध्यक्ष डी.एस. ठाकुर, भाजपा जिला अध्यक्ष जसबीर नागपाल, प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन अजय श्रीवास्तव, वन्य प्राणी विंग के प्रधान मुख्य अरण्यपाल राजीव कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।