सिरसा मैं किसानों पर दर्ज झूठे मुकदमे रद्द करें सरकार
गुरुग्राम, 18 जुलाई। संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि आज किसान आंदोलन को 234 दिन हो गए हैं। उन्होने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार आंदोलन को तोड़ने के लिए किसानों को बदनाम कर रही है। उन्होने कहा कि सिरसा में शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज करना देश की आत्मा पर चोट है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में प्रत्येक व्यक्ति को संवैधानिक अधिकार है कि वह शांतिपूर्वक अपनी माँगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर सकता है। उन्होने कहा कि सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाकर जनता पर 3 काले कानून थोप दिए। उन्होंनेे कहा कि तीन काले कानूनों से जमाखोरी, कालाबाजारी और मुनाफाखोरी बढ़ेगी तथा आम जनता पर महंगाई की मार पड़ेगी। उन्होंने कहा कि इसी के विरोध में किसानों का आंदोलन है जोकि शांतिपूर्वक है।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी किसानों पर राजद्रोह के मुकदमे दर्ज करने पर सख्त टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने आजादी के 75 वर्ष बाद भी राजद्रोह के मुकदमे दर्ज करने पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज करके किसान आंदोलन को तोड़ नहीं सकती। उन्होंने कहा कि अब किसान आंदोलन जनांदोलन बन चुका है। उन्होंने सरकार से मांग की कि किसानों पर दर्ज झूठे मुकदमें रद्द किए जाएं।
आज धरने पर बैठने वालों में जयप्रकाश रेढू, नवनीत रोजखेड़ा, मनीष मक्कड़, तनवीर अहमद, पंजाब सिंह, मनोज झाड़सा, आकाशदीप, विजयवीर, अमित पंवार, जय सिंह हुड्डा, दुरगेश और बल्केश बाल भी शामिल थे।
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