नई दिल्ली, 23 फरवरी। भारत के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप ‘साइलेंट किलर’ है और इसके संक्रमण से उबरने में लंबा वक्त लगता है।
यह टिप्पणी तब आई जब उच्चतम न्यायालय बार संघ (एससीबीए) के अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने शीर्ष न्यायालय से अदालत में लोगों की मौजूदगी में मुकदमों की सुनवाई पूरी तरह शुरू करने का अनुरोध किया।
सीजेआई ने कहा कि अब संक्रमण के मामलों में 15,000 की वृद्धि हुई है। सिंह ने कहा, ‘‘यह ओमीक्रोन स्वरूप है, यह पहले के मुकाबले हल्का स्वरूप है।’’
बहरहाल, सीजेआई ने कहा कि वह पहली लहर के दौरान चार दिनों में स्वस्थ हो गए थे लेकिन तीसरी लहर में स्वस्थ होने में लंबा वक्त लग रहा है।
न्यायाधीश रमण ने कहा, ‘‘यह साइलेंट किलर है…. मैं पहली लहर में संक्रमित हुआ था लेकिन चार दिनों में उबर गया था लेकिन अब इस लहर में 25 दिन हो गए हैं और मैं अब भी इससे उबर नहीं पा रहा हूं।’’
एससीबीए अध्यक्ष ने कहा, ‘‘इस संबंध में आप दुर्भाग्यशाली रहे हैं लेकिन लोग उबर रहे हैं।’’ इस पर सीजेआई ने कहा, ‘‘हम देखेंगे।’’
(साभारः भाषा)