नई दिल्ली, 19 दिसंबर। एफआईएमटी कालेज की नेशनल कैडेट कोर्प्स (एनसीसी) शाखा ने छात्रों में देशप्रेम, एकता और अनुशासन को जीवन में अपनाने के लिए दो शिविरों का आयोजन किया। जिसमें 95 छात्रों को एनसीसी कैडेट के रूप में चुना गया।
कॉलेज की एनसीसी शाखा प्रमुख अस्सिस्टेंट प्रो. शिखा दत्त शर्मा ने बताया कि दोनों शिविरों में प्रथम सेमेस्टर के सभी नौ कोर्सस तथा लॉ के तीसरे सेमेस्टर के कुल 132 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। दो दिवसीय शिविर में 54 छात्रों को दिल्ली बटालियन-3 और 41 छात्राओं को दिल्ली बटालियन-1 में शामिल करने के लिए चुना गया। इस अवसर पर विशेष रूप से चुनाव कमेटी का नेतृत्व कर रहे लेफ्टिनेंट कर्नल डी.वी.सिंह अतिथि वक्ता ने 16 अप्रैल 1948 को स्थापित हुई एनसीसी की अनेक महत्वपूर्ण उपलब्धियों एवं जानकारियां पर प्रकाश डालते हुए हुए छात्र जीवन में एनसीसी की महत्ता पर प्रकाश डाला।
सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में लगभग 3 लाख स्कूली और कॉलेज के छात्र इस संगठन के माध्यम से राष्ट्र की सेवा में शामिल हैं, जो एकता और अनुशासन के आदर्श पर आधारित है। गौरतलब है कि तीनों सेनाओं में से किसी में भी अधिकारी या सिपाही बनना है तो एनसीसी का प्रमाण पत्र एक एनसीसी कैडेट के बहुत काम आता है। क्योंकि एनसीसी कैडेट बिना किसी परीक्षा या प्रविष्ठी परीक्षा दिए बिना भी तीनों सेनाओं में शामिल हो सकता है। एनसीसी कैडेट के लिए आर्म्ड फोर्सेज में अलग से सीट रिजर्व होती है जहां उन्हें सीधे प्रवेश मिल जाता है। उसे आगे की पढ़ाई करने के लिए भी छात्रवृत्ति मिलती है। साथ ही बहुत से कॉलेज और यूनिवर्सिटी में दाखिले के समय विशेष छूट और मिलती है। सरकारी खासकर के पुलिस की नौकरी में भी बहुत सहायता मिलती है।