नई दिल्ली, 15 अगस्त। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्थान फ़ाउंडेशन के तत्वाधान में एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किया गया। “स्वतंत्रता दिवस-बचपन से पचपन: संस्मरण व काव्य पाठ” विषय पर आधारित इस वेबिनार में बतौर मुख्य अतिथि लंदन से शैल अग्रवाल ने अपने बचपन से पचपन के सफ़र में भारत से दूर रहने के दर्द को बयां किया। अपनी युवा अवस्था के बारे में बताते हुए कहा कि देशभक्ति का जज्बा दिखाने के लिए एनसीसी ज्वाइन कर ली। कविता के माध्यम से बताया कि आज भी तिरंगा उनके मन में बसा है।
अमेरिका से अतिथि वक्ता सीता सोमारा ने बताया कि भारत से दूर रहकर भी वे लोग स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। स्कूल में मिलने वाली कैंडी का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि भारत के करीब रहने के लिए वे हिन्दी में बोलते हैं। साथ ही अगली पीढ़ी को भी हिन्दी सिखाने के लिए प्रयासरत हैं। गौरतलब है कि सीता की मातृभाषा तेलुगू है। कार्यक्रम का संचालन अरूणा घवाना ने किया।
विवेक शर्मा, डा बिजेन्द्र कुमार, राहुल मित्तल, राजेश निरंजन और राकेश यादव सहित अन्य लोगों ने माना की वक्त के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाने का तरीका बदला है। यह तरीका देश, काल, वातावरण व उम्र के पड़ाव के साथ-साथ भी बदलता है। प्रतिभागियों ने बचपन के संस्मरण के साथ-साथ काव्य पाठ भी किया। बचपन की यादों के साथ सब भाव-विभोर हो गए।