नई दिल्ली, 25 जुलाई। अपनी जन्मभूमि से बाहर रोटी-रोजगार की तलाश में आए हिमाचली परिवारों के बच्चों को शिक्षा का अधिकार क्यों नहीं पर विस्तृत रणनीति और एक बड़ी मुहिम की शुरुआत करने के लिए आज हिमाचल भवन में मिशन ‘हमारा अधिकार हमे मिले’ के तहत एक विशेष चर्चा का आयोजन किया गया है।
पीरियोडिकल प्रेस ऑफ इंडिया (पीपीआई) के दिल्ली अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश के प्रभारी राजेश ठाकुर ने बताया कि हिमाचल सरंक्षण सेवा विकास समिति मंडी हाउस स्थित हिमाचल भवन के कांफ्रेंस हाल में आज दोपहर तीन बजे रोजी-रोटी की तलाश में आए हिमाचली परिवार के बच्चों की शिक्षा को लेकर चर्चा का आयोेजन करेगी। इसमें हिमाचली परिवारों के बच्चों को शिक्षा का अधिकार क्यों नही, इस विषय पर विस्तार से चर्चा कर एक बड़ी मुहिम को शुरू करने के लिए पूरी रणनीति तैयार की जाएगी। इस मिशन का नाम रखा गया है हमारा अधिकार हमे मिले।
राजेश ठाकुर ने बताया कि हिमाचल सरकार ने 2018 में एक निर्णय के तहत राज्य से बाहर रहे हिमाचलियों के बच्चों जिन्होंने अन्य राज्यों से 12वीं की परीक्षा पास की थी को एमबीबीएस, बीडीएस और इंजीनियरिंग में दाखिले से बाहर रख दिया था। ये बाहर रह रहे हिमाचली बच्चो के साथ घोर अन्याय है। हिमाचल संरक्षण सेवा विकास समिति ने ऐसे सभी बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक विशेष मुहिम चलाने का निर्णय लिया है। बैठक का आयोजन किया है। मिशन हमारा अधिकार हमें मिलें के तहत आज दोपहर तीन बजे दिल्ली एनसीआर के हिमाचली संस्थाओं के मुख्य प्रतिनिधि इस पर विशेष चर्चा करेंगे और अपनी अहम राय रखेंगे।
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