बेंगलूरु, 2 जून। भारतीय महिला हॉकी टीम की ओर से तोक्यो ओलंपिक में ‘परिकथा’ जैसे पदार्पण का सपना संजोए बैठी युवा डिफेंडर मनप्रीत कौर का ध्यान कड़ी मेहनत करके अपने खेल के शीर्ष में रहने पर है। जूनियर टीम की ओर से दुनिया भर में खेलते हुए पर्याप्त अनुभव हासिल करने वाली 23 साल की मनप्रीत को पिछले साल जनवरी में पहली बार भारत की सीनियर महिला टीम में शामिल किया गया।
प्रेस विज्ञप्ति में मनप्रीत के हवाले से कहा गया, ‘‘ओलंपिक जैसी स्वप्निल प्रतियोगिता में सीनियर राष्ट्रीय टीम की ओर से पदार्पण करना मेरे लिए परिकथा जैसा होगा। मेरे कहने का मतलब है कि यह पूरी तरह से अलग अहसास होगा लेकिन मैं अपने पैर जमीन पर रखना चाहती हूं और कड़ी मेहनत जारी रखना चाहती हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘टीम चयन मेरे हाथ में नहीं है लेकिन मैं इतना कहूंगी कि यह चरण बेहद रोमांचक है। यह हमारी ट्रेनिंग के दौरान मेरे से सर्वश्रेष्ठ करा रहा है और टीम चयन के बारे में चिंता किए बगैर मैं इसे जारी रखना चाहती हूं।’’ जूनियर से सीनियर शिविर में आए बदलाव के बारे में मनप्रीत ने कहा कि इसके लिए तेजी से सामंजस्य बैठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘मैदान के अंदर और बाहर आपके चारों तरफ अनुभवी खिलाड़ी होते हैं, इसलिए प्रत्येक दिन सीखने के लिए इतनी सारी चीजें होती हैं।’’
मनप्रीत ने कहा, ‘‘जूनियर टीम के साथ मैंने जो अनुभव किया उससे चीजें काफी अलग थी। ट्रेनिंग से लेकर खानपान से लेकर फिटनेस, यहां सभी चीजों का स्तर अलग है और आपको जितना जल्दी संभव हो उतना जल्दी सामंजस्य बैठाना होता है।’’
मनप्रीत हाल में अर्जेंटीना दौरे पर गई थी जो सीनियर राष्ट्रीय टीम के साथ उनका पहला अंतरराष्ट्रीय दौरा था लेकिन वहां टीम ने सिर्फ अभ्यास मैच खेले।
(साभारः भाषा)