रिकांगपिओ, 1 जुलाई। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर द्वारा गत दिवस जिले की 71 पंचायतों के 1265 किसानों को वेबिनार के माध्यम से संबोधित किया गया। इस दौरान उन्होंने पदम श्री सुभाष पालेकर द्वारा बताए गए प्राकृतिक खेती के सुझावों को किसानों से सांझा किया। उन्होंने कहा कि प्राक्रतिक खेती को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना किया जा सके।
वेबिनार के माध्यम से जिले के किसानों को बताया गया कि कीटनाशकों व रसायनों के प्रयोग से मानव शरीर पर बुरा असर पड़ता है व कैंसर, अस्थमा, हृदयघात, मधुमेह आदि जैसी बीमारियां होने का खतरा बना रहता है।
उन्होंने कहा कि सुभाष पालेकर खेती भारतीय नस्ल की गाय व पहाड़ी गाय पर आधारित है। गाय के गोबर व गौ-मूत्र से बीजामृत, जीवामृत व घनजीवामृत का प्रयोग कर अच्छी गुणवत्ता के कृषि उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह उत्पाद स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं व वैश्विक तापमान वृद्धि (ग्लोबल वार्मिंग) को रोकने में भी सहायक सिद्ध हो रहे हैं।
इस अवसर पर आत्मा परियोजना के कार्यकारी परियोजना निदेशक किन्नौर सोमराज नेगी ने बताया कि जिले के 1578 किसान पिछले तीन वषों से प्राकृतिक खेती आधारित कृषि कर रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप जिले के किसानों की आर्थिकी सुदृढ़ हो रही है। जिले के अन्य किसानों को भी सुभाष पालेकर खेती पद्धति से कृषि करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि वर्ष 2022 तक जिले के किसानों की आय को दोगुना किया जा सके।
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