मुंबई, 30 जून। महाराष्ट्र की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी ने मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे को अगले मुख्यमंत्री के रूप में समर्थन देने की घोषणा की है। इसका ऐलान खुद पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया। शिंदे की ताजपोशी आज शाम साढ़े 7 बजे होगी। राजनीतिक हल्के में इसको शिवसेना को महाराष्ट्र में खत्म करने का भाजपा का बड़ा दांव भी माना जा रहा है। भाजपा ने इस दांव को चलकर शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के सामने एक बड़ी लकीर खींच दी है। उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा फ्लोर टेस्ट पर मोहर लगाने के बाद कल ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
शिवसेना के 40 विधायक और निर्दलीय विधायकों को मिलाकर 50 विधायक आज एक साथ हैं। हम लोग हमारे शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे जी की हिंदुत्व की जो भूमिका है उसको आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे है: महाराष्ट्र के मनोनीत मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मुंबई pic.twitter.com/EfxuZPjPQM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 30, 2022
भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद शिंदे की ताजपोशी का ऐलान किया। इससे पहले शिंदे फडणवीस के घर पहुंचे और दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत चली। फिर दोनों ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर 49 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी।
शिंदे के नाम की घोषणा करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैं इस मंत्रिमंडल से बाहर रहूंगा।
देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार में ना तो कोई घटी थी और ना ही कोई काम दिखाई पड़ रहा था जो काम पहले से शुरू किए गए थे सिर्फ उन्हीं को धीरे-धीरे पूरा करने की कोशिश कर रही थी। ठाकरे सरकार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम गैंग से जुड़े हुए लोगों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल रखना चाह रही थी। फडणवीस ने कहा कि बाला साहेब ने जीवन भर जिन चीजों का विरोध किया। जिन लोगों का विरोध किया। उनके बेटे उनके साथ ही गठबंधन करते रहें।
राजनीतिक हल्के में ये भी माना जा रहा है भाजपा ने देवेंद्र से उनके फिर से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के सपने की बलि लेकर मुंबई में होने वाले नगर निगम चुनावों में इस घटनाक्रम से उत्पन्न शिवसैनिकों की गलफत का फायदा उठाकर उसपर काबिज होने की बहुत बड़ी रणनीति तैयार की है।
उद्धव ठाकरे ने दिया इस्तीफा, कहा- पद छोड़ने का दुख नहीं, जनता का आशीर्वाद चाहिए