नई दिल्ली, 3 अगस्त। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं कक्षा के परिणाम की घोषणा मंगलवार को कर दी गई और 99.04 फीसदी छात्र इसमें उत्तीर्ण हुए हैं। लड़कियों ने लड़कों को 0.35 फीसदी से पीछे छोड़ा है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के अनुसार, परीक्षा में 57,824 छात्रों के 95 फीसदी से अधिक अंक, 2,00,962 छात्रों ने 90 से 95 फीसदी के बीच अंक हासिल किए। त्रिवेंद्रम क्षेत्र ने सर्वाधिक 99.99 फीसदी, बेंगलुरु में 99.96 फीसदी और चेन्नई 99.94 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, ‘‘16,639 छात्रों के परिणाम अब भी तैयार किए जा रहे हैं। इस साल ‘मेरिट लिस्ट’ की घोषणा नहीं की जाएगी।’’
कुल 17,636 छात्रों की ‘कम्पार्टमेंट’ आई है। दिव्यांग एवं मानसिक रूप से अक्षम 53 छात्रों ने 95 फीसदी अंक प्राप्त किए हैं और 224 छात्रों ने 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल किए हैं। विदेशों में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों में 99.92 फीसदी छात्र 10वीं में उत्तीर्ण रहे।
केंद्रीय विद्यालय और तिब्बती स्कूल प्रशासन के तहत आने वाले केंद्रीय विद्यालयों ने पिछले साल क्रमशः 99.23 फीसदी और 93.67 फीसदी के मुकाबले इस साल 100 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए।
जवाहर नवोदय विद्यालयों में इस साल 99.99 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए। सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में क्रमशः 96.03 और 95.88 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए। निजी स्कूलों के पास प्रतिशत में पिछले साल की तुलना में छह प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
भारद्वाज ने कहा, ‘‘कंपार्टमेंट के लिए परीक्षा 16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी। तारीखों की घोषणा कुछ समय में की जाएगी।’’
कोविड-19 की दूसरी लहर के कहर के कारण बोर्ड की परीक्षाएं इस साल रद्द कर दी गईं थी। परिणाम एक वैकल्पिक मूल्यांकन नीति के आधार पर घोषित किए जांएगे।
नीति के अनुसार, प्रत्येक विषय के लिए 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर, जबकि 80 अंकों की गणना पूरे वर्ष विभिन्न परीक्षाओं में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर की गई।
(साभारः भाषा)
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