इस लग्न में जन्में जातक में क्रोध की अधिकता रहती है
वृश्चिक लग्न- कालपुरुष की कुंडली में वृश्चिक राशि को अष्टम राशि माना गया है। यह विशाखा के एक चरण, अनुराधा के चार चरण और ज्येष्ठा के चार चरणों से मिलकर बनती है। वृश्चिक लग्न का स्वामी मंगल होता है। यह एक स्थिर लग्न उत्तर दिशा का परिचायक है और इसका रंग भूरा होता है। इस … Continue reading इस लग्न में जन्में जातक में क्रोध की अधिकता रहती है
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