ये नारी-सबसे न्यारी
जिसने निभाई सबकी जिम्मेदारी
यही तो है नारी की कलाकारी
नौकरी करे निजी या सरकारी
इसी के आंचल में है दुनिया सारी
प्रक्रति की अनमोल धरोहर है ये
इसके चरणों में समाए दुनियादारी
जिसके आशीर्वाद से जगमगाए
ये दुनिया सारी।।
“ये नारी-सबसे न्यारी”
(एस.एस. डोगरा)