साहित्य सम्मेलनों से वसुद्धैव कुटुम्बकम् का संदेश विश्वभर में फैलाना ही मेरा लक्ष्य: डॉ विजय पंडित

1950

डॉ विजय पंडित: संस्थापक: क्रांतिधरा साहित्य अकादमी
ऐतिहासिक शहर मेरठ को आधुनिक युग में साहित्य के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि दिलाने में आपका उल्लेखनीय योगदान है। पर्यावरण संरक्षण में नमामि गंगे राष्ट्रव्यापी अभियान से देश-विदेश में बतौर पर्यावरणविद् आपकी खास पहचान है जिन्होंने समस्त भारत व नेपाल 15 करोड़ से अधिक पौधों को रोपित किया और देखभाल कर वृक्ष बनाने का रिकॉर्ड है ।
जी हां, आपने एकदम सही पहचाना हम बात कर रहे हैं डॉ विजय पंडित जी की। क्रांतिधरा साहित्य अकादमी के संस्थापक डॉ विजय पंडित से प्रोफ़ेसर एस.एस.डोगरा की बातचीत के प्रमुख अंश…

मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल की शुरुआत कब और क्यों हुई?
असल में वर्ष 2015 की बात है कि ऋषिकेश में कुछ दोस्तों के साथ में पर्यावरण संरक्षण के विषय पर चर्चा चल रही थी, उसी में लिटरेचर फेस्टिवल के बारे में मैने विचार रखा तो सभी ने सहमति जताई लेकिन इसके लिए भारी बजट की आवश्यकता थी, इसलिए सभी के मन में दुविधा थी।
वहीं पर नेपाल की एक मित्र ने कहा कि मां गंगा के तट पर हम सभी एक पवित्र उद्देश्य के लिए बैठे हैं तो हम निश्चित रूप से सफल होंगे।
यह सच है कि एक अदृश्य शक्ति है जो मेरी सदैव मदद करती है वरना मेरे जैसे साधारण व्यक्ति के लिए लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन करना अकल्पनीय है। दो वर्ष हमने भारत के लगभग सभी लिटरेचर फेस्टिवल को बारीकी से देखा और सीखा और पहला मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल वर्ष 2017 में आयोजित किया गया जिसमें उत्तर प्रदेश के माननीय राज्यपाल राम नाईक मुख्य अतिथि थे।
क्रांतिधरा साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2017 से लगातार ही मेरठ, उत्तर प्रदेश, भारत में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीन दिवसीय साहित्यिक आयोजन प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जा रहा है | हमने लॉकडाउन के दौरान भी ऑनलाइन लिटरेचर आयोजित किए | हमारे सभी साहित्य सम्मेलनों में देश-विदेश की जानीमानी साहित्यिक , सामाजिक व पत्रकारिता जगत की विभूतियों की सहभागिता होती रही है। हम भारत एवं नेपाल में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के साहित्य सम्मेलन माध्यम से योग्य साहित्यकारों, लेखकों, कलाकारों, समाजसेवियों एवं पत्रकारों को अपने अपने-अपने क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करते रहे हैं।
मेरठ लिटरेरी फेस्टिवल आयोजित करने के प्रमुख उद्देश्य क्या हैं ?
मेरठ लिटरेरी फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य संस्थान के द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साहित्यिक महोत्सव व पुस्तक प्रदर्शनी आदि आयोजित करना ही मुख्य उद्देश्य है | साथ ही, ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना के साथ देश दुनियां में साहित्य, संस्कृति , आध्यात्म , योग के माध्यम से दिलो को दिलो से जोड़ना, एक दूसरे के लेखन व शोध से रूबरू कराना, अनुवाद , प्रकाशन , विचारों के आदान प्रदान, परस्पर सहयोग की भावना , पठन – पाठन व साहित्य के दायरे का विस्तार और नवोदित व गुमनाम कलमकार बन्धुओ को वरिष्ठ साहित्यकारों के सानिध्य में एक अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान करना हैं।
आगामी मेरठ लिटरेरी फेस्टिवल के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां साझा करें |
हम, 24 से 26 नवम्बर 2023 दौरान तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय क्रान्तिधरा मेरठ साहित्यिक महाकुंभ ( मेरठ लिटरेरी फेस्टिवल ) के सातवें संस्करण का आयोजन करने जा रहें हैं जिसका आयोजन बृहस्पति भवन, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर, मेरठ, उत्तर प्रदेश में होगा। क्रांतिधरा पर होने वाले मेरठ लिटरेरी फेस्टिवल के रूप में प्रारंभ हुई साहित्यिक यात्रा में हमने वसुद्धैव कुटुम्बकम् की भावना के साथ इस समूचे परिक्षेत्र के निवासियों वरिष्ठ व नवोदित साहित्यिक , सांस्कृतिक प्रतिभाओं को एक बार फिर से अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर शामिल होने के लिए सादर आमंत्रित किया हैं जो पुस्तक विमोचन, पुस्तक समीक्षा, साहित्यिक व सामाजिक परिचर्चा, शोध पत्र, साक्षात्कार, लघुकथा, अवार्ड, कवि सम्मेलन व मुशायरे के सत्र में शामिल रहेंगे।

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